अवैध होर्डिग्स के क्रॉस पर चल रही कुची
झाँसी : महानगर में अवैध होर्डिग्स का धन्धा वर्षो से चला आ रहा है। इस पर अंकुश लगाने के प्रयास विफल स
झाँसी : महानगर में अवैध होर्डिग्स का धन्धा वर्षो से चला आ रहा है। इस पर अंकुश लगाने के प्रयास विफल साबित हुए हैं। विभाग कोई तोड़ निकालता है, तो अवैध होर्डिग्स वाले उसकी भी काट निकाल लेते हैं। नगर निगम ने अवैध होर्डिग्स पर क्रॉस का निशान लगाना शुरू किया, तो अवैध होर्डिग्स वालों ने उस पर कुची फेरकर इस निशान को ही मिटा दिया। अब इनको नोटिस भेजकर धनराशि जमा करने को कहा जा रहा है। धनराशि न देने पर बकायेदार घोषित कर दिया जाएगा और रिन्यूअल के समय में ब्लैक लिस्ट की तैयारी शुरू कर दी है।
महानगर में अवैध होर्डिग्स की भरमार है। जहाँ देखो, वहीं पर विद्युत पोल और बाँस-बल्ली पर अवैध होर्डिग्स टंगे हुए दिख जाएंगे। नगर निगम के विज्ञापन प्रभारी ने कुछ दिन पहले सभी एजेन्सी संचालकों को निर्देश दिये थे, कि वह अपने होर्डिग्स में नम्बर और एजेन्सी का नाम अंकित करें, ताकि उनका मिलान उस सूची से किया जाए सके, जिसकी उन्होंने अनुमति ली है। विभाग ने अवैध होर्डिग्स को चिह्नित करने के लिए उन पर पेण्ट से क्रॉस लगाने का शुरू किया। इसके पीछे मकसद था कि जब 1 दिसम्बर से अभियान शुरू होगा, तो क्रॉस निशान वाले होर्डिग्स को उखाड़ फेंका जाएगा। विभाग अभी निशान लगा ही रहा था कि आज विज्ञापन प्रभारी को सूचना मिली कि जितने भी अवैध होर्डिग्स पर क्रॉस के निशान लगाये थे, उनको एजेन्सी संचालकों ने पेण्ट से मिटा दिया। विज्ञापन प्रभारी केशव प्रसाद ने बताया कि अवैध होर्डिग्स पर जिन लोगों के प्रचार लगा है, उनको राजस्व जमा करने के नोटिस जारी किये जा रहे हैं। जो एजेन्सियों संचालक धनराशि जमा नहीं करेगा, उसको बकायेदार घोषित कर दिया जाएगा। इसके बाद आगामी वित्तीय वर्ष में टेण्डर के दौरान उनको ही शामिल किया जाएगा, जो नगर निगम के बकायेदार नहीं होंगे। बकाया जमा नहीं करने पर उनको ब्लैक लिस्ट कर दिया जाएगा।
बन्दियों को भगाने में एक बड़े बदमाश का हाथ!
0 गिरफ्त में आये दूसरे बन्दी ने भी सुनायी वही स्क्रिप्ट
झाँसी : ़िजला कारागार में निरुद्ध 2 बन्दी जहाँ न्यायालय में पेशी के दौरान पुलिस अभिरक्षा से भाग गये थे, तो 5 बन्दी कचहरी परिसर स्थित हवालात के रोशनदान की जंगला तोड़कर भाग निकले थे। इनमें 2 बन्दी पुलिस के हत्थे चढ़ चुके हैं। पहले वाले ने भागने की स्क्रिप्ट में जेल में निरुद्ध एक बड़े बदमाश का हाथ होना बताया था, तो दूसरे ने इस पर मोहर लगा दी।
दो माह पहले न्यायालय में पेशी के दौरान 2 बन्दी ़िजला जालौन, थाना रामपुरा के ग्राम निनावली निवासी गंगा प्रसाद, इसी थाना क्षेत्र के ग्राम सुल्तानपुरा निवासी मुनेश यादव पुलिस अभिरक्षा से भाग गये थे। इन दोनों की तलाश में पुलिस जुटी थी कि कुछ दिनों बाद कचहरी परिसर स्थित हवालात का रोशनदान तोड़कर 5 बन्दी ़िजला इटावा, थाना बकेवर के ग्राम निवाड़ीखुर्द निवासी योगेन्द्र उर्फ पिण्टू, थाना बड़ागाँव के मुहल्ला मलयाना निवासी रिंकू रायकवार, थाना बबीना के ग्राम सरवा निवासी होशियार सिंह, थाना सीपरी बा़जार के ग्राम रौनेजा निवासी सूरज अहिरवार व भिण्ड निवासी केशव पण्डित फरार हो गये थे। पुलिस अधीक्षक (नगर) दिनेश कुमार सिंह ने सभी बदमाशों को पकड़ने के लिए अलग-अलग टीमें बनाकर जिम्मेदारी सौंपी थी। स्वॉट टीम ने केशव पण्डित को गिरफ्तार कर लिया था। सूत्र बताते हैं कि आरोपी ने पूछताछ में बताया था कि जेल में निरुद्ध एक बड़े बदमाश ने उनके भागने की योजना बनायी थी। हवालात के जंगले को उसने अपने एक रिश्तेदार से कटवाया था। घटना वाले दिन उसने अपने गमछे से जंगले को खींच कर तोड़ दिया था। इसके बाद कंधे पर चढ़ाकर एक-एक कर निकाल दिया था। यह कहानी पुलिस के हलक से उतर नहीं रही थी और इस पर सन्देह जता रही थी। सूत्रों का कहना है कि इटावा पुलिस ने अपहरण के मामले में हवालात से भागे आरोपी योगेन्द्र उर्फ पिण्टू को गिरफ्तार कर लिया। पुलिस ने जेल से भागने के बारे में पूछा, तो उक्त आरोपी ने भी वही बात बतायी, जो पहले वाले ने बतायी थी। इससे पुलिस का सन्देह गहरा गया है। इस सम्बन्ध में वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक अखिलेश चौरसिया ने बताया कि योजना तो यहीं बनी बतायी जा रही है, लेकिन साक्ष्य नहीं मिल रहे हैं। भागे और पुरस्कृत बदमाशों को गिरफ्तार करने के लिए अब हर थाने के दो सिपाहियों को लगाया जा रहा है।