बिना नम्बर वाले होर्डिग्स पर गिरेगी गाज
झाँसी : महानगर आड़े-तिरछे लगे अवैध होर्डिग्स से पटा पड़ा है। इसे व्यवस्थित करने के प्रयास तो कई हुए, ल
झाँसी : महानगर आड़े-तिरछे लगे अवैध होर्डिग्स से पटा पड़ा है। इसे व्यवस्थित करने के प्रयास तो कई हुए, लेकिन कारगार एक भी साबित नहीं हुआ। ऐसे में एक बार फिर उन होर्डिग्स को चिह्नित किया गया, जिन पर नम्बर नहीं पड़े हैं। साथ ही दो दिन की मोहलत भी दे दी गयी है।
महानगर में जिसकी जहाँ मर्जी होती है, बाँस-बल्ली और गर्डर लगाकर होर्डिग टांग देता है। कार्यवाही के नाम पर विभाग इनको हटा देता है। इसके बाद फिर से लगा दिये जाते हैं। यह खेल वर्षो से चल रहा है। इस पर अंकुश लगाने के लिए नगर निगम के विज्ञापन विभाग ने सभी प्रचार एजेन्सी संचालकों को निर्देश दिये थे कि वह होर्डिग के स्ट्रक्चर पर एजेन्सी का नाम और नम्बर अंकित करें। साथ ही सभी साइट की सूची दें, ताकि उनको चेक किया जा सके। विज्ञापन प्रभारी केशव प्रसाद ने आज अमले के साथ इलाइट चौराहा से कोछाभाँवर तक विज्ञापनों को चेक किया। इस दौरान कई विज्ञापनों के स्ट्रक्चर पर नम्बर अंकित नहीं था, जिस पर उन्होंने उसको अवैध घोषित करते हुए क्रॉस का निशान लगा दिया। उन्होंने बताया विज्ञापन एजेन्सियों के संचालकों को क्रॉस लगे स्ट्रक्चर्स को 2 दिन में हटाने के निर्देश दे दिये गये हैं। इसके बाद इनको काटकर हटा दिया जाएगा।
करारी की ़जमीन की फिर हुई पैमाइश
0 पैमाइश के बाद फिर किए गए पैमाइश से उठ रहे सवाल
झाँसी : नगर निगम और कास्तकारों के बीच में ़जमीन की पैमाइश को लेकर विवाद थमने का नाम नहीं ले रहा है। विभाग अपनी ़जमीन की पैमाइश करने के बाद चीरा लगाता है। जैसे ही इसकी फेंसिंग की बारी आती है, तो कोई न कोई पेंच फँस जाता है और फिर से पैमाइश शुरू हो जाती है। ऐसा ही कुछ करारी की ़जमीन पर मामला फँस गया, जिसकी फिर से पैमाइश शुरू हो गयी।
नगर निगम में जो 15 गाँव शामिल हुए हैं, उसमें गाँवसभा की ़जमीनें नगर निगम के खाते में आ गयी हैं। बड़ी संख्या में अलग-अलग क्षेत्रों में ़जमीन आ जाने से विभाग इनको अपने ़कब़्जे में लेने के लिए फेंसिंग करा रहा हैं। देखने में यह आ रहा है कि विभाग पैमाइश कराने के बाद जैसे ही ़जमीन पर बोर्ड लगवाता या फिर फेंसिंग कराता है, कोई न कोई विरोध में उतर आता है। शिकायत पर फिर से पैमाइश होने लगती है और माजरा ही बदल जाता है। कुछ ़जमीनों की तो कई बार पैमाइश हो चुकी है, लेकिन स्थिति में कोई खास सुधार नहीं आया। गरिया गाँव, करारी की ़जमीन की कई बार नाप हो चुकी है, इसके बाद भी विवाद सुलझा नहीं हैं। नगर निगम को करारी की 39 हेक्टेयर भूमि जेडीए को आवण्टित करना है। इसकी पहले भी पैमाइश हो चुकी है, लेकिन जब आवण्टन की प्रक्रिया शुरू हुई, तो फिर से पैमाइश शुरू हो गयी। सम्पत्ति अधिकारी केशव प्रसाद ने बताया कि करारी में भूमि की आज राजस्व अमले से पैमाइश करायी गयी, तो 28 हेक्टेयर भूमि नाप ली गयी। शेष को 25 नवम्बर को नापा जाएगा।
उखड़ी सड़क का 28 को निरीक्षण करेगी महापौर
झाँसी : नगर निगम के विकास कार्यो की गुणवत्ता यूँ ही कठघरे में खड़ी नहीं रहती हैं। खातीबाबा की सड़क को कुछ दिन पहले ही डाला गया था, जिसमें से गिट्टी अलग होकर ढेर में तब्दील होता जा रहा है। शिकायत पर महापौर ने निरीक्षण की तिथि तय कर सम्बन्धित अधिकारियों को सूचित कर दिया है।
महापौर किरण वर्मा ने जनकार्य विभाग के अभियन्ताओं को पत्र भेजकर बताया है कि उनको शिकायत मिली है कि वॉर्ड 16 में कुछ दिन पहले ही खाती बाबा के पास सड़क का निर्माण किया गया था, जिसमें गड्ढे हो गये हैं और बारीक गिट्टी, जो डामर के साथ मिलाकर डाली जाती है, वह अलग होती जा रही है। महापौर 28 नवम्बर को उक्त सड़क के निर्माण की गुणवत्ता को अभियन्ताओं के साथ चेक करेंगी।