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दूल्हे का नाटा ़कद देख दुल्हन का शादी से इन्कार

सिजारी बम्हौरी (झाँसी) : हम दहे़ज माँगने पर बारात वापस लौटाने के मामले पढ़ते और सुनते आए हैं, लेकिन

By Edited By: Published: Tue, 03 May 2016 01:42 AM (IST)Updated: Tue, 03 May 2016 01:42 AM (IST)

सिजारी बम्हौरी (झाँसी) : हम दहे़ज माँगने पर बारात वापस लौटाने के मामले पढ़ते और सुनते आए हैं, लेकिन लहचूरा की दुल्हन ने इसलिए शादी करने से इन्कार कर दिया, क्योंकि दूल्हे का ़कद कम था। हालाँकि, इस बारात को बिन दुल्हन नहीं लौटना पड़ा है। ग्रामीणों ने आनन-फानन में गाँव की ही एक अन्य लड़की से शादी कराकर दूल्हे को दूसरी दुल्हन के साथ विदाई दी। शादी का ख़्ार्च भी ग्रामीणों ने मिलकर उठाया।

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रविवार को लहचूरा गाँव में ग्राम कलरा, थाना मऊरानीपुर से बारात पहुँची। हंसी-खुशी बारात का स्वागत किया गया। परम्परानुसार दरवा़जे पर दूल्हे का टीका हुआ। लेकिन, देर रात जयमाला कार्यक्रम के लिए आई दुल्हन के ़फैसले ने दोनों पक्षों को सन्न कर दिया। उसका कहना था कि वह नाटे ़कद के दुल्हे से विवाह नहीं करेगी। काफी मान-मनोव्वल की गई, लेकिन वह अपने निर्णय पर अडिग रही। इधर, दुल्हन को नहीं मानता देख ग्राम के सम्भ्रान्त लोगों ने दोनों पक्षों का निपटारा कराया। अन्तत: बारात बिना दुल्हन के ही लौटने लगी। यह गाँव वालों को अच्छा नहीं लगा। ग्रामीणों ने इसी समाज के एक दूसरे व्यक्ति से उसकी लड़की की शादी करने की बात कही। वह अपनी लड़की की शादी करने के लिये तैयार हो गया। उसकी ़गरीबी हालत को देखकर ग्राम प्रधान दीपक मिश्रा के अलावा गाँव के बीजू यादव, रनुमत यादव, नरेश गुप्ता, बीडीसी जयप्रकाश यादव, कैलाश यादव, पप्पु खाँ, इऱफान खाँ, हरपाल सिंह वैश्य, देशराज कुशवाहा, मनोहर लाल, धूराम अहिरवार, किशोरी अहिरवार समेत अन्य ने चन्दा एकत्र कर दान, दहे़ज व खानपान का इन्त़जाम किया। शादी की सारी रस्मों के बाद बारात दूसरी दुल्हन को लेकर वापस हुई।


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