लुटेरों का गैंग पुलिस के हत्थे चढ़ा
0 सिपाही की जाँबाजी रंग लायी, बदमाश से छीने मोबाइल ने खोला राज 0 ऐश-ओ-आराम के लिए लूट की वारदातों
0 सिपाही की जाँबाजी रंग लायी, बदमाश से छीने मोबाइल ने खोला राज
0 ऐश-ओ-आराम के लिए लूट की वारदातों को देते थे अंजाम
झाँसी : बदमाश चाहे जितना शातिर और चालाक हो, लेकिन एक न एक दिन ऐसा सुबूत छोड़ जाता है, जिससे वह ़कानून की जंजीरों में जकड़ जाता है। ऐसा ही कई दिनों से एक के बाद एक लूट की घटना को अंजाम दे रहे शातिर गिरोह के साथ हुआ। सिपाही की जाँबाजी से हाथ लगे बदमाश के मोबाइल ने सारे राज खोल दिए और पाँचों शातिर लुटेरे पुलिस के हत्थे चढ़ गये।
बीती शाम दो बाइक पर सवार 5 बदमाशों ने कानुपर रोड स्थित सुधा नर्सिग होम के सामने दो युवकों को तमंचा अड़ाकर लूट लिया था। लूट की सूचना मिलते ही चीता मोबाइल के सिपाही बाबू सिंह व उदय करन पहुँचे और बदमाशों को पकड़ने का प्रयास किया, तो बदमाशों ने उन पर तमंचा तान दिया। बाबू सिंह ने साहस का परिचय देते हुए उसकी बाइक को पकड़ा, तो वे कुछ दूर घसीटते हुए ले गए। इसी दौरान सिपाही ने बदमाश का मोबाइल फोन छीन लिया। लूट की घटना की सूचना मिलते ही पुलिस के सभी अधिकारी मौके पर पहुँचे, पर तब तक बदमाश भाग निकले। सिपाही ने बदमाश की मोटरसाइकिल का नम्बर देख लिया था। साथ ही यह बताया कि बाइक पर पुलिस लिखा है। नम्बर प्लेट का आखिरी नम्बर मिस प्रिण्ट होने पर पुलिस ने उससे मिलते-जुलते सभी नम्बर के पंजीकृत वाहन स्वामियों के आरटीओ ऑफिस से नाम व पता लेकर सभी के यहाँ दबिश दी। लेकिन किसी भी बाइक पर पुलिस लिखा नहीं मिला। इस दौरान पुलिस की एक टीम ने खासी मशक्कत के बाद बदमाश के मोबाइल फोन का लॉक खोला लिया। इसी के साथ सारे राज भी खुलते चले गए। इसके बाद पुलिस की टीम ने पाँच बदमाशों को दबोच लिया। इनके पास से तमंचे, कारतूस व लूट के कई मोबाइल बरामद हुए। पकड़े गए आरोपियों ने अपने नाम अलीगोल खिड़की निवासी अय्यूब, नूर, अयाज, शाहरुख व अली शान बताया। पुलिस ने बदमाशों से पूछताछ की, तो वे एक के बाद एक लूट की घटनाओं का खुलसा करते चले गए। थाना नवाबाद, विश्वविद्यालय चौकी, सदर बा़जार, सीपरी बा़जार व प्रेमनगर क्षेत्र की कई लूट के बारे में जानकारी देते हुए स्वीकार किया कि मध्य प्रदेश के क्षेत्र में भी उन्होंने लूट की घटनाओं को अंजाम दिया है। गिरोह का सरगना अय्यूब को बताया गया, जो मूल रूप से अलीगढ़ का निवासी है। सूदफेनी बनाने के लिए रिश्ते के एक भाई, जिनकी मृत्यु हो गई, के घर में रहने लगा था। उसने वारदातों को अंजाम देने के लिए भतीजे अली शान व नूर, शाहरुख, अयाज को गिरोह में शामिल कर लिया था। बीती शाम सभी ने ओरछा तिगैला पर शराब पी और इसके बाद एक व्यक्ति को लूटा। यहाँ से अधिक रुपए नहीं मिले, तो उन्होंने भगवन्तपुरा स्थित एक पेट्रोल पम्प के पास दूसरे व्यक्ति को लूटा, पर यहाँ भी अधिक रुपये नहीं मिले। इसके बाद वह मेडिकल कॉलिज की तरफ जा रहे थे, तभी सड़क किनारे खड़े दो युवकों को तमंचा अड़ाकर लूटा लिया। इसके पहले मऊरानीपुर तिराहा पर एक दम्पति से बैग लूटा था और पिछोर की पुलिया के पास एक एमआर व उसके अधिकारी को लूटा था। साथ ही उन्होंने पिछले दिनों हुई प्रेमनगर, सीपरी बा़जार की लूट की घटनाओं को भी स्वीकार किया। पुलिस अधीक्षक (नगर) अरुण कुमार दीक्षित ने बताया कि सरगना समेत 5 लुटेरों को गिरफ्तार कर लिया गया है, जो एक साल से सक्रिय था। यह गैंग तब तक वारदातों को अंजाम देता रहता था, जब तक उनके ऐश-ओ-आराम के लिए ह़जारों रुपए नहीं मिल जाते थे। गैंग ने लूट की कई ऐसी वारदातों को भी स्वीकार किया है, जिनके पीड़ितों ने धनराशि कम होने पर शिकायत द़र्ज नहीं करायी। उन्होंने बताया कि गैंग का कार्यक्षेत्र मध्य प्रदेश में भी रहा। वहाँ की पुलिस से जानकारी माँगी गयी है।