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शान्तिदूत के रूप में अग्रणी है बौद्ध धर्म

झाँसी : भारतीय बौद्ध महासभा, उत्तर प्रदेश के तत्वावधान में आयोजित धम्मगुरू भदन्त आनन्द देव महाथेरा क

By Edited By: Published: Mon, 27 Oct 2014 12:54 AM (IST)Updated: Mon, 27 Oct 2014 12:54 AM (IST)
शान्तिदूत के रूप में अग्रणी है बौद्ध धर्म

झाँसी : भारतीय बौद्ध महासभा, उत्तर प्रदेश के तत्वावधान में आयोजित धम्मगुरू भदन्त आनन्द देव महाथेरा के 107वें जन्म दिवस पर भन्ते कुमार कश्यप के आह्वान पर एक दिवसीय धम्म प्रशिक्षण शिविर दीनदयाल सभागार में सम्पन्न हुआ। कार्यक्रम का शुभारम्भ भिक्खु संघ द्वारा बुद्ध वन्दना और पुष्पाजंलि के साथ हुआ।

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कार्यक्रम में उपासकों को विश्व के तमाम बौद्ध देशों की जानकारी के साथ आज के युग में बौद्ध धर्म की आवश्यकता के बारे में विस्तारपूर्वक जानकारी दी गयी। उज्जैन से आये मुख्य प्रवक्ता सिद्धार्थ गौतम ने बौद्ध धम्म की गहराइयों को प्रोजेक्टर के माध्यम से बताकर उपासकों को प्रशिक्षण दिया। प्रशिक्षण के दौरान विश्व में 4 अरब बौद्ध धर्म अनुयायियों के योगदान के बारे में बताया गया। इतिहास के पन्नों पलटते हुए सम्राट अशोक का बौद्ध धर्म से प्रेरित होना व उनके पुत्र महेन्द्र व पुत्री संघमित्रा द्वारा किये गये बौद्ध धर्म के अनुसरण की चर्चा भी प्रशिक्षण का भाग रही। कार्यक्रम में ग्वालियर, भिण्ड, मुरैना, शिवपुरी, गुना, दतिया, टीकमगढ़, छतरपुर, महोबा, बांदा, चित्रकूट, जालौन, ललितपुर, आगरा, कानपुर, लखनऊ आदि जगहों से बौद्ध अनुयायी आये थे। इस दौरान भन्ते शीलानन्द, आशाराम, एसएस चौधरी, नवल सिंह, शान्तिदेव, मातादीन, भागीरथ जाटव, उदय पटवारी, रामसेवक जाटव, महेन्द्र, विनोद, रवि, सीवी रमन, गयाप्रसाद, कोमल कुमार, राकेश आदि उपस्थित रहे। अन्त में अखिल भारतीय भिक्खु महासंघ के बुन्देलखण्ड अध्यक्ष भिक्खु कुमार कश्यप ने धन्यवाद ज्ञापित किया।


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