पाठ्यक्रमों में बड़े बदलाव की जरूरत : प्रो. ओझा
0 प्रत्येक सेमेस्टर के बाद होगी बोर्ड ऑफ स्टडी़ज की बैठक, विशेषज्ञ भी लेंगे हिस्सा 0 पॉलिटेक्निक क
0 प्रत्येक सेमेस्टर के बाद होगी बोर्ड ऑफ स्टडी़ज की बैठक, विशेषज्ञ भी लेंगे हिस्सा
0 पॉलिटेक्निक कॉलिज में बनेगा सेमिनार कक्ष
0 प्राविधिक शिक्षा मन्त्री ने किया सेमिनार का उद्घाटन
झाँसी : प्रदेश के प्राविधिक शिक्षा मन्त्री प्रो. शिवाकान्त ओझा ने आज यहाँ कहा कि पॉलिटेक्निक कॉलिज में भी सेमेस्टर पद्धति लागू की जाएगी और प्रत्येक सेमेस्टर के बाद बोर्ड ऑफ स्टडी़ज की बैठक होगी, जिसमें पाठ्यक्रम की समीक्षा की जाएगी। उन्होंने इंजीनियरिंग कॉलिज व पॉलिटेक्निक कॉलिज के पाठ्यक्रम में बड़े बदलाव की ़जरूरत बतायी।
राजकीय पॉलिटेक्निक कॉलिज में उत्तर प्रदेश प्राविधिक शिक्षा सेवा संघ के तत्वावधान में आयोजित 'प्राविधिक शिक्षा के सर्वागीण उन्नयन' विषय पर आयोजित एक दिवसीय सेमिनार का उद्घाटन करते हुए प्रो. ओझा ने प्राविधिक शिक्षा को बढ़ावा देने पर ़जोर दिया। उन्होंने कहा कि पॉलिटेक्निक व इंजीनियरिंग कॉलिज में स्किल डिवेलपमेण्ट को बढ़ावा देने के लिए प्रैक्टिकल पर अधिक ध्यान दिया जा रहा है। इसके लिए उद्योग जगत के विशेषज्ञों को भी कार्यशाला में बुलाया जा रहा है। उन्होंने प्राविधिक संस्थाओं में रुकी पदोन्नति प्रक्रिया को बढ़ावा देने के साथ जिम्मेदारी तय करने की दिशा में ़कदम बढ़ाए हैं। उन्होंने कहा कि प्रत्येक मण्डल मुख्यालय पर राजकीय इंजीनियरिंग कॉलिज खोला जाएगा। विशिष्ट अतिथि विधायक दीपनारायण सिंह यादव ने कहा कि छात्रों को यह बात समझनी होगी कि समाज को आगे ले जाने में उनकी भूमिका महत्वपूर्ण है। सेमिनार की अध्यक्षता पूर्व सांसद चन्द्रपाल सिंह यादव ने की।
संयुक्त निदेशक (प्राविधिक शिक्षा) सुरेन्द्र प्रसाद ने कहा कि प्राविधिक शिक्षण संस्थाएं छात्रों को तकनीकि रूप से दक्ष बनाने का सतत प्रयास कर रही हैं। स्वागत करते हुए प्राविधिक शिक्षा सेवा संघ के प्रान्तीय महामन्त्री आरपी निरंजन ने कहा कि प्राविधिक शिक्षा के उन्नयन के लिए काफी कार्य हुए हैं और शिक्षकों की समस्याओं का भी निदान हुआ है। शासन व प्राविधिक शिक्षा मन्त्री की उत्साहवर्धक नीति से प्राविधिक शिक्षा संस्थाओं में स्किल डिवेलपमेण्ट के लिए काफी कार्य हुए हैं। उन्होंने राजकीय पॉलिटेक्निक कॉलिज में सेमिनार कक्ष का निर्माण कराने की माँग की, जिसे प्राविधिक शिक्षा मन्त्री ने मान लिया। इसके पहले प्राविधिक शिक्षा मन्त्री ने राजकीय पॉलिटेक्निक कॉलेज में नवनिर्मित 4 व्याख्यान कक्ष, आवासीय परिसर पर निर्मित सड़क व नवीन छात्रावास का लोकार्पण किया। विनोद त्रिपाठी ने संचालन व प्रधानाचार्य जेएल वर्मा ने आभार व्यक्त किया। राजकीय महिला पॉलिटेक्निक की छात्राओं ने सरस्वती वन्दना, स्वागत गीत व देशभक्ति गीत पर नृत्य प्रस्तुत किया। इस दौरान सपा के ़िजलाध्यक्ष सुदेश पटेल, ़िजला पंचायत के पूर्व अध्यक्ष राकेश पाल, राहुल शर्मा आदि उपस्थित रहे। सेमिनार में प्राविधिक शिक्षा के उन्नयन में कार्य संस्कृति का विकास व स्वस्थ्य शैक्षणिक वातावरण के निर्माण पर प्रो. जेपी सैनी ने व्याख्यान दिया। भेल के वरिष्ट डीजीएम ने उद्योगों की माँग के अनुरूप छात्रों में तकनीकि दक्षता का सृजन करने पर जोर दिया। बीआइईटी के डॉ. डीसी धुपकारिया ने प्रयोगशाला की साज-सज्जा, उपकरण व मशीनों के आधुनिकीकरण व विद्यार्थियों को अधिक से अधिक व्यावहारिक ज्ञान बढ़ाने को कहा। सेमिनार में प्राविधिक शिक्षा सेवा संघ के अशोक कुमार कुशवाहा (लखनऊ), संजय माथुर (हरदोई), अनिल कुकरेती (लखनऊ) के साथ राजकीय महिला पॉलिटेक्निक (झाँसी) के प्रधानाचार्य एचके गुप्ता, यूएस गुप्ता (चरखारी), मो. साबिर (इटावा), नीरज यादव उरई व वीके तिवारी (कानपुर) आदि ने विचार व्यक्त किए।
पठन-पाठन का माहौल बनाने की जरूरत
प्राविधिक शिक्षा मन्त्री प्रो. शिवाकान्त ओझा ने पत्रकारों से बात करते हुए कहा कि पॉलिटेक्निक व इंजीनियरिंग कॉलिज में पठन-पाठन का माहौल बनाने की दिशा में कई कार्य किए गए हैं। 1998 से पदोन्नति व सेवानिवृत्ति के बाद खाली पदों को भरने की दिशा में कोई कार्य नहीं हो रहे थे। उन्होंने पदोन्नति प्रक्रिया अपनाकर शिक्षकों को पदोन्नति दी है, लेकिन अब जवाबदेही भी दी जा रही है। उन्होंने माना की पॉलिटेक्निक कॉलेज में रैगिंग की कुछ घटनाएं सामने आयी हैं। ऐसे मामलों में शिक्षकों व छात्रों के ख़्िाला़फ कड़ी कार्यवाही की गई है। उन्होंने कहा कि कॉलिज भवन, छात्रावास व अन्य गतिविधियाँ बढ़ाने के लिए कार्य किया जा रहा है।
- प्राविधिक शिक्षा मिनिस्टीरियल असोसियेशन के अध्यक्ष एचपी त्रिवेदी व महामन्त्री शिरोमणि शर्मा के नेतृत्व में लिपिकीय संवर्ग की समस्याओं को लेकर ज्ञापन दिया गया।