अपराधियों की सूची की होगी अदला-बदली
झाँसी : बढ़ रहे अपराधों पर नकेल कसने के लिए रेलवे अब सिविल पुलिस की भी मदद लेगी। इसके तहत अपराधियों की सूची का आदान-प्रदान सिविल पुलिस, आरपीएफ व जीआरपी के मध्य होगा। इसका उद्देश्य अपराधियों को जल्द से जल्द दबोचना है। इसके अलावा स्टेशन की सुरक्षा समिति गठित होगी, जिसमें सिविल पुलिस की भी महत्वपूर्ण भूमिका होगी। किसी प्रकार की अनहोनी होने पर सिविल पुलिस भी रेलवे स्टेशन पर ऩजर आयेगी। उक्त निर्णय जीआरपी, आरपीएफ व सिविल पुलिस के उच्च अधिकारियों की बैठक में लिये गये।
बैठक में भोपाल के स्पेशल पुलिस महानिदेशक मैथिलीशरण गुप्ता ने कहा कि पुलिस, जीआरपी व आरपीएफ सभी के ऊपर जनता की सुरक्षा करने का जिम्मा है। ऐसे में बजाय सीमा विवाद में उलझने के अपराधियों को दबोचने को प्राथमिकता दी जाए। देखने में अक्सर यह आता है कि अपना-अपना अधिकार क्षेत्र न होते हुए मामले को टाला जाता है। ऐसा कतई न हो। आरपीएफ व जीआरपी के मध्य सामंजस्य स्थापित होना बेहद आवश्यक है। इनके बीच सामंजस्य न होने से जनता पिसती है। पीड़ित की रिपोर्ट प्राथमिकता से द़र्ज हो, ताकि जनता पुलिस पर विश्वास कर सके। इसके उपरान्त आरपीएफ के आइजी एनके सक्सेना व जीआरपी के डीआइजी एंटनी देव कुमार ने तालमेल से काम करने का आदेश अपने अधीनस्थों को दिया। बैठक में निर्णय लिया गया कि मप्र, राजस्थान या उप्र में अपराध करने वाले अपराधियों की सूची का आदान-प्रदान किया जाएगा। ताकि अपराधी किसी के भी हत्थे चढ़े, सलाखों के पीछे पहुँचे। लम्बी दूरी की ट्रेन्स में स्क्वॉड बढ़ाने का भी निर्णय लिया गया। ट्रेन्स में यात्रा कर रहे संदिग्ध लोगों की जाँच कर पूछताछ होगी। अधिकारियों ने कहा कि ऐसा होने से अपराधियों के मन में डर का माहौल बनेगा। पुलिस उप महानिरीक्षक प्रशान्त सिंह व वरिष्ठ पुलिस अधीक्षण शिवसागर सिंह ने रेलवे पुलिस को हर सम्भव मदद का आश्वासन देकर कहा कि ऐसे अपराधियों की धरपकड़ बेहद ़जरूरी है, जो स्थान बदलकर घटनाओं को अंजाम देते हैं। ऐसे सभी अपराधियों को एक रणनीति के तहत दबोचा जाएगा। बैठक में मौजूद सभी विभागों के अधिकारियों ने यह तय किया कि रेलवे स्टेशन की सुरक्षा के लिए एक समिति बनायी जाएगी, जिसमें जीआरपी, आरपीएफ व सिविल पुलिस तीनों की महत्वपूर्ण भूमिका होगी। यदि रेलवे पुलिस किसी घटना की सूचना सिविल पुलिस को देती है, तो पुलिस फौरन मौके पर पहुँचेगी। ऐसे स्थानों को चिह्नित किया जाएगा, जहाँ सर्वाधिक चेन पुलिंग होती है। ऐसे स्थानों को ही घटना के लिए चुना जाता है। इन स्थानों पर सुरक्षा बढ़ायी जाएगी। बैठक में एसपी रेलवे रामबोध, आरपीएफ कमाण्डेण्ट राजीव यादव, कमाण्डेण्ट आगरा विवेक सागर, सीओ जीआरपी सुरेन्द्र सिंह तेवतिया, प्रभारी निरीक्षक जीआरपी एनएस सेंगर, प्रभारी निरीक्षक आरपीएफ एसके सिंह व अन्य उपस्थित रहे।