बुन्देलखण्ड कोटे की बिजली अन्य जनपदों में देने का आरोप
झाँसी : बुन्देलखण्ड निर्माण मोर्चा के तत्वावधान में आज जि़लाधिकारी के माध्यम से प्रधानमन्त्री को भेजे ज्ञापन में पृथक राज्य निर्माण की माँग करते हुए कहा कि बुन्देलखण्ड के उत्तर प्रदेश क्षेत्र में 450 से 500 मेगावाट तथा मध्यप्रदेश क्षेत्र में 350 से 400 मेगावाट बिजली की जरूरत है। इस तरह अंचल में उत्पादित 150 मेगावाट तथा केन्द्र सरकार द्वारा प्रदत्त 500 मेगावाट लोगों को मिलनी चाहिए, लेकिन दोनों सरकारें केवल 550 मेगावाट उपलब्ध करा रही हैं। ज्ञापन में कहा गया कि निर्माणाधीन विद्युत परियोजनाओं से अगले पाँच से सात वर्ष में 5450 मेगावाट बिजली उपलब्ध होगी। पृथक राज्य बनने पर इस अंचल को 24 घण्टे बिजली मिलेगी, इसीलिए राज्य निर्माण यहाँ के लोगों के हित में है। ज्ञापन में केन्द्र सरकार के कोटे की बिजली की आपूर्ति बुन्देलखण्ड के स्थान पर राज्य के अन्य जनपदों में करने का आरोप लगाते हुए इसकी जाँच की माँग की। ज्ञापन देने वालों में भानु सहाय, अशोक सक्सेना, रघुराज शर्मा, हमीदा अंजुम, गिरिजा शंकर राय, शमीम राज, रवि माथुर, कवीन्द्र चौधरी, प्रदीप झा आदि मौजूद रहे।