सिपाहियों ने यात्री के रुपए छीने
झाँसी : आरक्षित कोच में यात्रा कर रहे एक यात्री को रेलवे ऐक्ट में बन्द करने की धमकी देकर वर्दीधारियों ने जबरन उसके बैग से रुपए निकाल लिये। यात्री ने जीआरपी को इसकी जानकारी दी। इसके बाद वह ग्वालियर में मामला द़र्ज कराने की बात कहकर रवाना हो गया।
बाबादीन पुत्र पंचा निवासी ग्राम गुढ़ा (हमीरपुर) सदर्न एक्सप्रेस से आ रहा था। उसके पास अनारक्षित टिकिट था, जबकि वह आरक्षित कोच के गेट के पास बैठा था। भोपाल स्टेशन के पास मध्य प्रदेश पुलिस के कुछ सिपाही कोच में चढ़े। उसने जैसे ही बीड़ी जलायी, सिपाहियों ने आकर उसे पकड़ लिया व रेलवे ऐक्ट में बन्द करने की बात कहने लगे। सिपाहियों ने उससे जुर्माना देने को कहा। उसने रुपए निकालने के लिए बैग खोला, जिसमें एक ह़जार के 7 व पाँच सौ का 1 नोट था। सिपाहियों ने उसे बैग छोड़कर अगले कोच में जाने को कहा। वह थोड़ी ही दूर गया था कि सिपाहियों ने बैग में रखे 7500 रुपए निकाल लिये। विरोध करने पर उसे धमकाते हुए उतर गये। बाबादीन ने झाँसी जीआरपी को इसकी जानकारी दी। बाद में वह ग्वालियर जाकर मामला द़र्ज कराने की बात कहकर रवाना हो गया।
महिला यात्री का लैपटॉप बैग उड़ाया
समता एक्सप्रेस के एस-8 कोच की 20 नम्बर सीट पर यात्रा कर रही महिला यात्री का बैग बदमाशों ने नागपुर स्टेशन के पास चोरी कर लिया। नींद से जागी महिला यात्री को जब बैग नहीं मिला, तो उसने पूरे कोच की तलाशी ली। ट्रेन के भोपाल स्टेशन आने पर महिला यात्री ने जमकर हंगामा किया। इसकी सूचना झाँसी दी गई। पर भोपाल में ही टीटीइ ने महिला यात्री से प्राप्त तहरीर एफआइआर बुक में द़र्ज कर ली। झाँसी स्टेशन पर भी जीआरपी व आरपीएफ ने कोच अटेण्ड किया। यहाँ बड़ी मुश्किल से महिला को समझाया जा सका।
रेलवे चेकिंग स्टाफ ने घर से भागी बेटी को माँ से मिलाया
- माँ ने डाँट पर घर से भागी किशोरी स्टेशन पर मिली
झाँसी : रेलवे स्टेशन पर भटकती हालत में मिली एक किशोरी पर शक होते ही स्टेशन के चेकिंग स्टाफ ने उससे पूछताछ की। किशोरी द्वारा घर से भागने की बात बताने पर स्टाफ ने परिजनों का फोन नम्बर लेकर उनसे सम्पर्क किया और उनके सुपुर्द कर दिया।
ग्वालियर निवासी सोनल (काल्पनिक नाम) की घर पर माँ से किसी बात को लेकर बहस हो गई। माँ ने डाँटा, तो वह क्षुब्ध होकर घर से भाग निकली। काफी देर तक जब वह घर नहीं पहुँची, तो उसके परिजनों ने उसकी तलाश शुरू कर दी। सूरज ढलने तक जब सोनल नहीं मिली, तो उसके परिजन एफआइआर द़र्ज कराने थाना पहुँच गये। इधर, किशोरी ट्रेन में बैठकर झाँसी आ गयी। वह स्टेशन से बाहर निकल रही थी, तभी स्टेशन के चेकिंग स्टाफ सुरेश चौबे ने उससे टिकिट दिखाने को कहा। टिकिट न दिखा पाने व उत्तर न दे पाने पर उन्होंने उसे स्टाफ केबिन में पूछताछ करने के लिए बुलाया। यहाँ डिप्टी सीटीआइ उमर खान व अलका ने उससे पूछताछ की, तो उसने बताया कि वह घर से भाग आयी है, उसके पास टिकिट नहीं है। चेकिंग स्टाफ ने उसके भाई का नम्बर लेकर सम्पर्क किया व सोनल के झाँसी में आने की जानकारी दी। उसकी माँ व भाई झेलम एक्सप्रेस से झाँसी आये, तब चेकिंग स्टाफ ने उसे उनके सुपुर्द कर दिया।