सम्पत्ति की खातिर बहनोई ने की थी हत्या
झाँसी : एक तीर से कई निशाने साधते हुए बहनोई ने अपने साले की हत्या कर ठिकाने लगा दिया। मृतक का पत्नी से विवाद चलने का लाभ उठाते हुए हत्या का आरोप ससुर पर लगा दिया। पुलिस की तफ्तीश के सामने झूठ का पुल ढह गया और ह़की़कत सामने आने पर पुलिस ने घटना को अंजाम देने वाले बहनोई और उसके एक साथी को मय तमंचे के गिरफ्तार कर लिया।
थाना प्रेमनगर के नैनागढ़, कसाई बाबा मुहल्ला निवासी 25 वर्षीय बालकिशन के पिता स्व. सन्नूलाल की लगभग 6 वर्ष पहले मृत्यु हो गई थी। मृतक आश्रित के रूप में बालकिशन को रेलवे में नौकरी मिल गई थी। वह एसी शेड में पदस्थ था। 12 सितम्बर की रात लगभग 10 बजे एसी शेड के बाहर उसकी गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। मृतक की मोटरसाइकिल शेड के वाहन स्टैण्ड पर लॉक लगी खड़ी थी। मृतक की माँ ने पुलिस को तहरीर देकर बताया था कि उसके पुत्र बालकिशन की शादी मुहल्ला तलैया निवासी मूलचन्द्र की पुत्री सरोज से हुई थी। पति-पत्नी के बीच में विवाद होने के कारण पत्नी अपने मायके में रहती थी। बहू ने एक माह पहले पुत्र को जन्म दिया। इसके बाद से बालकिशन लगातार पत्नी को अपने घर लाने की कह रहा था, लेकिन उसका ससुर मूलचन्द्र सरोज को भेज नहीं रहा था। इसको लेकर दामाद व ससुर में विवाद था। आरोप लगाया कि ससुर मूलचन्द्र ने उसके पुत्र की हत्या कर दी। पुलिस ने नामजद मु़कदमा द़र्ज करने के बाद ससुर को हिरासत में लेकर पूछताछ की, तो पता चला कि मूलचन्द्र रेलवे में ड्राइवर है और वह घटना वाले दिन रात 12 बजे ड्यूटि से लौटा है।
वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक शिव सागर सिंह ने घटना का खुलासा करते हुए बताया कि पूछताछ के दौरान जानकारी लगी कि मृतक का पत्नी से विवाद होने के कारण उसने अपनी सारी सम्पत्ति अपनी बहन भारती के नाम पर वसीयत कर दी थी। भारती ने अपने पति को छोड़ दिया था और सोनू वर्मा से शादी कर ली थी। अपने पुत्र के जन्म लेने के बाद मृतक ने बहन के नाम का वसीयतनामा निरस्त कर दिया था। इससे उसका बहनोई थाना कोंच के चमरसेना निवासी सोनू वर्मा उससे रंजिश मानने लगा। सम्पत्ति हड़पने के लिए वह उरई के नया राम नगर निवासी देवेन्द्र उर्फ दादी राजपूत को साथ लेकर एसी शेड पहुँचा। मोबाइल से फोन कर साले बालकिशन को बाहर बुलाया और एकान्त क्षेत्र देखकर दोनों ने गोली मारकर उसकी हत्या कर दी। प्रेमनगर थानाध्यक्ष संजय कुमार यादव ने हमराहियों के साथ आज दोनों को हाट के मैदान के पास गिरफ्तार कर लिया। दोनों के पास से तमंचे बरामद हुए। इस खुलासे में स्वॉट टीम प्रभारी स्वतन्त्र सिंह, रामनरेश यादव, वीर सिंह आदि सहयोग रहा। एसएसपी ने टीम को 5 ह़जार रुपए का पुरस्कार देने की घोषणा की।
काश! पति-पत्नी में न होता विवाद
झाँसी : इस घटना का मुख्य कारण पति और पत्नी के बीच का विवाद रहा, जिसकी वजह से पति ने अपनी सम्पत्ति का वसीयतनामा अपनी बहन के नाम कर दिया। लोभी बहनोई ने न सिर्फ सम्पत्ति हथियाने के लिए साले की हत्या की, बल्कि इस हत्या में फँसाने के लिए उसके ससुर को नामजद करा दिया। लोगों का कहना है कि यदि पति-पत्नी के बीच मामूली बातों को लेकर विवाद न होता और वह अपनी सम्पत्ति का वसीयतनामा बहन के नाम नहीं लिखता, तो उसके बहनोई की नीयत में खोट नहीं आता। इसके लिए ़जरूरी है कि पति-पत्नी के बीच में मामूली विवाद को अहम का मुद्दा न बनाकर उसको आपस में ही सुलझा लें, ताकि कोई तीसरा उसका फायदा उठाने के लिए घर को उजाड़ न सके।