झमाझम बारिश ने भिगोया तन-मन
झाँसी : एक माह से आसमान की ओर निहार रहीं आँखों पर आखिर भगवान इन्द्र को रहम आ ही गया। सुबह से घिरी काली घटाएं दोपहर में घनघोर बारिश के रूप में बरस पड़ीं। सिलसिला शुरू हुआ, तो देर शाम तक जारी रहा।
मौसम विभाग इस साल कमजोर मॉनसून का पूर्वानुमान लगा रहे थे। 18 जून को झमाझम बारिश के बाद जब आकाश से घटाएं गायब हुई, तो भविष्यवाणी सच साबित होने लगीं। इसके बाद तो जैसे आसमान से बादलों का डेरा ही उठ गया और ते़ज धूप ने लोगों को परेशान करना शुरू कर दिया। भीषण गर्मी और उमस से लोग उबलने लगे। उधर, ख़्ारी़फ की बुआई करने की तैयारियों पर भी पानी फिर गया। कुछ किसानों ने खेतों में बीज डालकर आसमान की ओर टकटकी लगा ली, लेकिन बारिश नहीं हुई और नु़कसान की ओर ़कदम बढ़ गए। अधिकांश किसानों ने खेत में बीज नहीं डाला, तो कुछ ने कम पानी की ़फसलों की बुआई कर दी। अब सभी की निगाहें आसमान को निहारने लगीं, लेकिन घटाएं गायब होने से उन्हें निराशा ही मिलती रही। सावन का महीना लगने के बाद मौसम में तब्दीली आने लगी और रह-रह कर हल्की बारिश होती रही। मॉनसून ने आज रंग दिखाया। सुबह से आकाश में काली घटाएं छा गई। दोपहर होते-होते घटाएं गहरा गई और घनघोर बारिश प्रारम्भ हो गई। झमाझम बारिश का सिलसिला एक बार शुरू हुआ, तो देर शाम तक नहीं थमा। इस दौरान ते़ज तो कभी रिमझिम बारिश होती रही। घनघोर घटाओं के कारण दोपहर में ही भरी शाम-सा ऩजारा हो गया। वाहनों को लाइट जलाकर चलना पड़ा। बारिश की रफ्तार इतनी रही कि सड़कें जलमग्न हो गई। बरसात ने सड़क चौड़ीकरण के दौरान की गई ड्रेनेज व्यवस्था की कलई भी खोल दी। सड़कों पर इतना पानी भर गया कि वाहनों का निकलना मुश्किल हो गया। उधर, नाले-नालियाँ भी उफना गई और सड़कों पर गन्दा पानी बहने लगा। निचले क्षेत्रों में तो लोगों के घरों में पानी घुस गया। तमाम परेशानियों के बावजूद लोगों ने बारिश का जमकर आनन्द लिया। बच्चों ने सड़क पर आकर धमाचौकड़ी की तो बाइकर्स ने फर्राटा भरा। मौसम विभाग की मानें तो देर शाम तक लगभग 20 एमएम बारिश रिकॉर्ड की गई है।