पांचवें दिन भी बंद रहा फल-सब्जी का थोक व्यापार
जागरण संवाददाता, जौनपुर : वैकल्पिक व्यवस्था किए बगैर जबरन मंडी खाली कराए जाने से आक्रोशित व्यापारियो
जागरण संवाददाता, जौनपुर : वैकल्पिक व्यवस्था किए बगैर जबरन मंडी खाली कराए जाने से आक्रोशित व्यापारियों ने पांचवें दिन भी फल व सब्जी का थोक व्यापार बंद रखा। नई सब्जी मंडी गेट पर नारेबाजी व प्रदर्शन किया। शनिवार को बैठक में न्याय के लिए उच्च न्यायालय की शरण में जाने का फैसला लिया गया। आंदोलन के चलते सब्जियों के दाम आसमान छू रहे हैं वहीं किसान औने-पौने दाम पर उत्पाद बेचने को मजबूर हैं।
चुनावों में पहले मतगणना के लिए कलेक्ट्रेट परिसर में व्यवस्था की जाती थी लेकिन नई सब्जी मंडी बनने के कुछ दिनों बाद से मंडी परिसर को अधिग्रहीत किया जाता है।कई दिनों पूर्व मंडी खाली करा दिए जाने से व्यापार बुरी तरह प्रभावित होता है। पिछले चुनाव में विरोध प्रदर्शन करने पर जिला प्रशासन ने आश्वासन दिया था कि आगे के चुनावों में मतगणना स्थल दूसरे स्थान पर बनाया जाएगा। लेकिन ऐसा नहीं किया गया।
विधानसभा चुनाव से लगभग एक माह पूर्व पुलिस व प्रशासन द्वारा जबरन खाली करा दिया गया। वैकल्पिक व्यवस्था न किए जाने से व्यापार प्रभावित हो गया है। किसानों, पल्लेदारों व ठेला-खोंमचा वालों के सामने भी आर्थिक संकट उत्पन्न हो गया है। विरोध प्रदर्शन करने वालों में राजमणि यादव, महेंद्रु, राम आसरे शर्मा, गुड्डू, शीतला पाल, प्रदीप बाबू, अवधेश मौर्य, फत्तू, बबलू, हरि लाल मौर्य, प्रदीप गुप्ता, राम प्रताप, पप्पू सोनकर, जगदीश सोनकर, संतोषी मौर्या, कैलाश, मो. राशिद, पवन गुप्ता, सुरेश सोनकर आदि रहे।