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आइडीएसपी सेल गठित, प्रभावित क्षेत्र में त्वरित पहुंचेगी टीम

जागरण संवाददाता, जौनपुर : योगी सरकार संक्रामक बीमारियों से बचाव के प्रति गंभीर है। शासन के निर्देश प

By JagranEdited By: Published: Tue, 25 Jul 2017 01:01 AM (IST)Updated: Tue, 25 Jul 2017 01:01 AM (IST)
आइडीएसपी सेल गठित, प्रभावित क्षेत्र में त्वरित पहुंचेगी टीम
आइडीएसपी सेल गठित, प्रभावित क्षेत्र में त्वरित पहुंचेगी टीम

जागरण संवाददाता, जौनपुर : योगी सरकार संक्रामक बीमारियों से बचाव के प्रति गंभीर है। शासन के निर्देश पर इसके लिए जिला अस्पताल पर कागजी तैयारी पूरी कर ली गई है। सीएमओ कार्यालय पर में आइडीएसपी सेल व सीएचसी, पीएचसी पर रैपिड रिस्पांस टीम गठित की गई है। यह टीमें जानकारी होते ही तुरंत प्रवाहित इलाकों में पहुंचकर उपचार व बचाव करेंगी।

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मुख्य चिकित्सा अधिकारी डा. ओपी ¨सह ने बताया कि शासन के निर्देश पर गठित इंटीग्रेटेड डीजीज सर्विलेंस प्रोग्राम (आइडीएसपी) सेल गठित किया गया है। जिसका प्रभारी डिप्टी सीएमओ डा. हरिश्चंद्र को बनाया गया है। संक्रामक बीमारियों की सूचना मिलने पर डा. जियाउद्दीन के नेतृत्व में टीम तुरंत प्रभावित क्षेत्रों में पहुंचकर जांच करेगी तथा उसकी रिपोर्ट जिला मुख्यालय पर देगी। इसके अलावा सभी सीएचसी व पीएचसी पर रैपिड रिस्पांस टीम गठित की गई है। चार सदस्यीय यह टीम जांच, उपचार और आवश्यकता अनुसार मरीजों को रेफर करेगी।

डा. ¨सह ने बताया कि शासन के निर्देश पर 15 जुलाई से 30 नवंबर तक जिला अस्पताल में दस बेड और सीएचसी, पीएचसी पर पांच-पांच मच्छरदानी लगे बेड डेंगू पीड़ितों के लिए अलग से आरक्षित किए गए हैं। जिला अस्पताल में डेंगू के 100 किट उपलब्ध कराए गए हैं। इसके अलावा फिजीशियन की संस्तुति पर एसआरएल लैब में एलाइजा मशीन से जांच की जाएगी। सीएचसी, पीएचसी पर भी जांच हेतु किट उपलब्ध कराए जा रहे हैं। गांवों में ग्राम प्रधानों और नगर क्षेत्र में नगर पालिका को एंटी लारवा छिड़काव की जिम्मेदारी दी गई है।

प्लेटलेट की नहीं व्यवस्था

डेंगू में प्लेटलेट कम होना सबसे खतरनाक होता है। त्वरित प्लेटलेट न चढ़ाए जाने पर जान भी जा सकती है। कई साल से महामारी का रूप ले चुकी इस बीमारी से बचाव के स्वास्थ्य विभाग द्वारा अभी तक प्लेटलेट की व्यवस्था नहीं की गई है। गंभीर होने पर मरीजों को वाराणसी रेफर कर दिया जाता है। दो साल से स्वीकृत होने के बाद भी जिला अस्पताल में प्लेटलेट निकालने के लिए मशीन नहीं उपलब्ध कराई गई। सीएमएस डा. एसके पांडेय ने कहा कि ब्लड बैंक का भवन तैयार है। प्लेटलेट निकालने की मशीन उपलब्ध होते ही मरीजों को सुविधा मिलने लगेगी।


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