बढ़ रहे मरीज, कम हो रहे चिकित्सक
जागरण संवाददाता, जौनपुर : जिला चिकित्सालय में ओवरलोड मरीजों के कारण चिकित्सक परेशान हैं। ओपीडी व भर्
जागरण संवाददाता, जौनपुर : जिला चिकित्सालय में ओवरलोड मरीजों के कारण चिकित्सक परेशान हैं। ओपीडी व भर्ती मरीजों की संख्या लगातार बढ़ रही है और 27 पद के सापेक्ष वर्तमान में 15 डाक्टर ही तैनात हैं। ऐसे में गुणवत्ता प्रभावित होने के साथ ही पीड़ितों को उपचार कराने के लिए जूझना पड़ता है।
अस्पताल में जनपद के अलावा आजमगढ़ के भी मरीज उपचार कराने के लिए आते हैं। हर दिन औसतन 1200 से 1500 ओपीडी होती है। एक ओर मरीजों की संख्या निरंतर बढ़ती जा रही है वहीं दूसरी तरफ सृजित पद से भी कम चिकित्सक तैनात हैं। छह घंटे की ड्यूटी में 100 से 125 मरीज एक डाक्टर देखते हैं। इसी अवधि में इमरजेंसी, भर्ती मरीजों का भी परीक्षण करना होता है। जिला अस्पताल में ईएनटी सर्जन, सर्जन, चर्म रोग, फिजीशियन का एक-एक पद और रेडियोलाजिस्ट और आर्थोसर्जन का दो-दो पद रिक्त है।
आर्थो सर्जन डा. आरके जायसवाल ने कहा कि मानक के अनुसार 40 से 50 मरीजों का परीक्षण का है लेकिन औसतन 100 लोगों को देखना पड़ रहा है। कम समय के चलते गुणवत्ता प्रभावित होने के साथ ही शारीरिक और मानसिक रूप से थकान जाती है। वहीं फिजीशियन डा. एसएस पांडेय व ईएनटी सर्जन राजेश कुमार ने कहा कि अस्पताल में चिकित्सकों की संख्या मरीजों के हिसाब से न होने के कारण 100 से 125 मरीजों का परीक्षण करना होता है। सरकार हमारी समस्या की ओर ध्यान नहीं दे रही है।
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अस्पताल में चिकित्सकों के रिक्त पदों पर तैनाती और मरीजों की बढ़ती भीड़ को देखते हुए पद सृजन बढ़ाने के लिए कई बार पत्र लिखा गया है। नियुक्ति न होने के कारण जो व्यवस्था है उसमें बेहतर सेवा दी जा रही है।
-एसके पांडेय, सीएमएस।