बैंक का रोशनदान काट स्ट्रांग रूम तक पहुंचे चोर
जागरण संवाददाता, तेजी बाजार (जौनपुर) : यूनियन बैंक के पिछले रोशनदान की छड़ काट कर चोर सोमवार की रात च
जागरण संवाददाता, तेजी बाजार (जौनपुर) : यूनियन बैंक के पिछले रोशनदान की छड़ काट कर चोर सोमवार की रात चैनल गेट काटते हुए स्ट्रांग रूम तक पहुंच गए। उसी समय सायरन बज जाने से सभी घबरा कर भाग निकले। सुबह बैंक खुला तो वहां का नजारा देख बैंक कर्मियों के होश उड़ गए। पुलिस को खबर की गई तो जांच शुरू हुई। सीसीटीवी फुटेज खंगाले जाने पर एक व्यक्ति मुंह बांधे दिखाई दिया। इसके बाद कैमरे का तार काट दिए जाने से आगे रिकार्ड नहीं हुआ। प्रबंधक की तहरीर पर पुलिस ने मामला दर्ज कर लिया।
बैंक के पिछले हिस्से में करीब डेढ़ फीट का रोशनदान लगा है। इसमें तीन छड़ लगी थी। रात 12 बजे के बाद चोर छड़ों को काट कर भीतर घुस गए। यहां पहुंचते ही सबसे पहले सीसीटीवी का तार काट दिया। इसके बाद पूरे सिस्टम को ध्वस्त कर दिया। आगे कैश रूम की तरफ बढ़े तो चैनल गेट का ताला बंद मिला। उसकी कुंडी काटते हुए आगे बढ़ने पर एक और दरवाजा मिला। पुलिस का अंदाजा है कि उसे काट कर जैसे ही स्ट्रांग रूम तक पहुंचे सायरन बजने लगा।
इससे घबरा कर चोर उसे बंद करने का प्रयास करने लगे। सफल नहीं हुए तो वहां से भाग निकले। सुबह शाखा प्रबंधक व कर्मचारी बैंक पहुंचे तो चैनल टूटा देख सकते में आ गए। स्ट्रांग रूम तक पहुंचे तो उसे सलामत देख राहत की सांस ली। पुलिस को खबर की तो एसओ महराजगंज विजय बहादुर ¨सह मयफोर्स मौके पर पहुंच गए। सीसी टीवी फुटेज खंगाला तो एक व्यक्ति करीब पौने बारह बजे मुंह बांधे दिखाई दिया।
इसके बाद तार कटने की वजह से कुछ रिकार्ड नहीं हुआ। खबर मिलते ही बैंक के जोनल सुरक्षा अधिकारी मोहम्मद शाहिद भी मौके पर पहुंचे। एसओ ने बताया कि सीसीटीवी फुटेज में दिख रहे चोर के हाव-भाव के आधार पर पहचान कराई जा रही है। शाखा प्रबंधक र¨वद्र कुमार सिन्हा ने बताया कि रोशनदान बंद कर दिया जाएगा। बैंक सुरक्षा के और पुख्ता इंतजाम किए जाएंगे।
फिर यूनियन बैंक बना निशाना
यूनियन बैंक को फिर चोरों ने अपना निशाना बनाया। बीते 30 दिसंबर की रात जलालपुर शाखा में भी पीछे से सीढ़ी के सहारे रोशनदान तोड़ कर चोर भीतर घुसे थे। यहां स्ट्रांग रूम का दरवाजा गैस कटर से काट कर करीब 60 लाख रुपये उठा ले गए। पुलिस अभी उस घटना का सुराग तक नहीं लगा सकी है। उस घटना के बाद सुरक्षा के ²ष्टिकोण से बैंकों को मजबूत नहीं किया गया। पीछे लगी रोशनदान फिर से चोरों को भीतर घुसने का जरिया बनी। गनीमत रही कि इस बार चोर स्ट्रांग रूम नहीं काट पाए। सही समय पर सायरन बज जाने से सभी वहां से भाग निकले नहीं तो फिर लाखों रुपये की चोरी हो जाती।