सुरक्षा बगैर पौधों को खा गईं भेड़-बकरियां
जागरण संवाददाता, मछलीशहर(जौनपुर): विकास के नाम पर हाइवे, अस्पताल और बड़े-बड़े पार्को के निर्माण के लिए
जागरण संवाददाता, मछलीशहर(जौनपुर): विकास के नाम पर हाइवे, अस्पताल और बड़े-बड़े पार्को के निर्माण के लिए पुराने और बड़े वृक्षों की कटाई हो रही है। इससे पर्यावरण लगातार असंतुलित हो रहा है। दूसरी तरफ वन विभाग पर्यावरण के संतुलन को बनाए रखने के लिए अपने द्वारा लगाए हुए वृक्षों की सुरक्षा के लिए थाला बनवा रहा है।
जौनपुर-रायबरेली हाइवे का निर्माण होते समय सड़क किनारे स्थित पुराने पेड़ों को सड़क की चौड़ाई बढ़ाने के लिए कार्यदायी संस्था द्वारा हजारों पेड़ों को काट दिया गया था। हाइवे बन जाने के बाद पैदल यात्री व साइकिल सवारों को छाया लेने के लिए सड़क पर एक वृक्ष नहीं बचे थे। सड़क के किनारे-किनारे दोबारा पौधरोपण किया गया ¨कतु पौधों की सुरक्षा की खातिर कोई पुख्ता इंतजाम नहीं किए जाने से कुछ पौधे भेड़-बकरियां सहित पालतू पशु खा गए तो कुछ शरारती तत्व उखाड़ ले गए। वन विभाग द्वारा फिर उन स्थानों पर पौधे लगाए जा रहे हैं।
वन विभाग के इंस्पेक्टर बीडी पांडेय ने बताया कि हाइवे पर मुंगराबादशाहपुर के इटहरा गांव से मछलीशहर के आनापुर गांव तक विभाग हाइवे के दोनों तरफ हजारों थालों के निर्माण कर रहा है। प्रत्येक थाले पर करीब तीन सौ पचास रुपये की राशि मजदूरी में खर्च की रही है। जिससे लगाए गए पौधों की सुरक्षा की जा सके। उन्होंने बताया कि पौधों की सुरक्षा वन विभाग की प्रथम जिम्मेदारी है। उन्होंने सभी से वन विभाग द्वारा लगाए गए पौधों को शरारती तत्वों एव पशुओं से बचाने की दिशा में सहयोग की अपेक्षा की है।