सेना हमला: नेस्तनाबूत हो पाक के नापाक इरादे
फोटो-10-13-बोले कारगिल शहीद के परिजन! इसी दिन का था इंतजार केराकत (जौनपुर) : भारत द्वारा पहली
फोटो-10-13-बोले कारगिल शहीद के परिजन! इसी दिन का था इंतजार
केराकत (जौनपुर) : भारत द्वारा पहली बार सीमा पार जाकर पीओके में की गई सर्जिकल स्ट्राइक की खबर लगते ही हर किसी का सीना गर्व से चौड़ा हो गया। कारगिल युद्ध में शहीद हुए जवानों के परिजनों की छाती मानों कुछ ठंडी हो गई हो, 'दैनिक जागरण' ने युद्ध में शहीद हुए जवानों के परिवार वालों से मिला तो वे बोल पड़े हमें इसी दिन का था इंतजार।
नरहन निवासी शहीद जावेद खान के बड़े भाई अब्दुल वाहिद खान पहलवान ने खुशी का इजहार करते हुए कहा कि यह कार्यवाही बहुत ही काबिले तारीफ है। यह कदम बहुत पहले उठाने चाहिए था। श्री खान ने कहा कि हमारे तीन पीढ़यिों से लोग भारतीय फौज में रह कर देश सेवा करते चले आ रहे हैं। हमारा छोटा भाई जावेद खान कारगिल की जंग मे देश के लिए शहादत दे चुका है, जो हमारे लिए फº की बात है। अभी हमारा एक बेटा आसिफ खान आर्मी में है। उन्होंने भारत सरकार से उम्मीद किया कि पाकिस्तान के नापाक इरादों को नेस्तनाबूद करने हेतु कड़े से कदम उठाएं। इस कार्यवाही से हमें बहुत खुशी हुई है।
तेजपुर निवासी शहीद धीरेंद्र प्रताप यादव के छोटे भाई वीरेंद्र प्रताप यादव ने कहा कि भारत द्वारा उठाया यह कदम अत्यंत सराहनीय है। मेरे भाई ने जो कारगिल जंग में देश के लिए कुर्बानी दी है वह बेकार नहीं जाएगी। श्री यादव ने कहा कि पाकिस्तान को बहुत पहले ही मुहंतोड़ जवाब दे देना चाहिए था। उन्होंने ने कहा कि जरूरत पड़ी तो हम भी देश के लिए अपन शहादत दे सकते हैं। इसी क्रम में ग्राम अकबरपुर निवासी शहीद जगदीश ¨सह के वयोवृद्ध पिता सत्य नारायण ¨सह ने कहा कि अब समय आ गया है कि पाकिस्तान को धूल चटाया जाय।
शहीद की पत्नी ने कहा: मिला दिल को सकून
भौरा निवासी भूतपूर्व सीआरपीएफ इंस्पेक्टर व शहीद सीआरपीएफ के इंस्पेक्टर संजय ¨सह की विधवा पत्नी नीतू ¨सह ने कहा कि भारत की इस सैनिक कार्यवाही से मुझे काफी सुकून मिला है। भारत को चाहिए कि वह पाकिस्तान के खिलाफ मुहंतोड़ कार्यवाही ऐसी करनी चाहिए। शहीद के पिता श्याम नारायण ¨सह ने कहा कि भारत द्वारा उठाया गया यह कदम सराहनीय है। यह कदम थोड़ा और पहले उठाया जाना चाहिए था।