अब गर्भ में नहीं मारी जाएंगी बेटियां
जौनपुर : जिले का ¨लगानुपात इस वर्ष घट गया है। बेटे की चाह रखने वाले अल्ट्रासाउंड के जरिए ¨लग परीक्षण
जौनपुर : जिले का ¨लगानुपात इस वर्ष घट गया है। बेटे की चाह रखने वाले अल्ट्रासाउंड के जरिए ¨लग परीक्षण के बाद गर्भपात कराने से नहीं चूक रहे। अब प्रशासन अल्ट्रासाउंड सेंटरों पर ट्रैकर मशीन लगवाने की तैयारी में है। निर्देश जारी किया गया है कि 30 सितंबर तक सभी सेंटरों पर मशीन लग जाए। निरीक्षण में नहीं मिली तो कार्रवाई होगी। इसके लगने से ¨लग परीक्षण पर नकेल लगाई जा सकेगी।
2016 के सर्वेक्षण में जिले का जो ¨लगानुपात आया वह अप्रत्याशित ढंग से नीचे गिरा है। 0 से 5 वर्ष तक का ¨लगानुपात 1000 बालकों पर करीब 950 बालिकाएं आ रही हैं। 2011 में ये अनुपात 1018 का था। स्त्री¨लग के गिरते अनुपात को लेकर शासन ने भी ¨चता जाहिर की। मंथन के बाद इसका सबसे बड़ा जिम्मेदार अल्ट्रासाउंड केंद्रों को पाया गया। ¨लग परीक्षण में बेटी का पता चलते ही उसे गर्भ में ही मार दिया जाता है। इन केंद्रों पर नकेल लगाने के लिए अब ट्रैकर मशीन लगाने का फरमान जारी कर दिया गया है। इस मशीन के लगने से केंद्रों पर होने वाले प्रत्येक अल्ट्रासाउंड का डेटा सुरक्षित रहेगा। जिला प्रशासन जब चाहे इसकी चिप से पता लगा लेगा कि कितने मरीजों का किस तरह का अल्ट्रासाउंड किया गया। कहीं ¨लग परीक्षण तो नहीं हुआ। मशीन को लगाने के लिए 30 सितंबर की अंतिम तिथि भी घोषित कर दी गई है। इसके बाद प्रशासन निरीक्षण करवाएगा। जिन केंद्रों पर मशीन नहीं मिलेगी उनके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। सेंटर सील भी किया जा सकता है। डीएम भानुचंद्र गोस्वामी ने बताया कि घटते ¨लगानुपात को ठीक करने का ये सटीक तरीका है। इसकी मदद से ¨लग परीक्षण पर रोक लग जाएगी। जिले में इसके लिए निर्देश जारी किया गया है। जल्द ही अमल कराया जाएगा।