एक चिकित्सक व कंपाउंडर के सहारे पशु चिकित्सालय
सुजानगंज (जौनपुर) : एक तरफ शासन पशु पालन को बढा़वा देने की बात करता है। दुग्ध उत्पादन पर विशेष बल
सुजानगंज (जौनपुर) : एक तरफ शासन पशु पालन को बढा़वा देने की बात करता है। दुग्ध उत्पादन पर विशेष बल देता है वहीं दूसरी तरफ शासन की व्यवस्था ही उसकी कलई खोल देती है। उदाहरण के लिए विकास खंड सुजानगंज को देखा जा सकता है। पशुओं के लिए शासन व्यवस्था पर नजर डालें तो सारी तस्वीर सामने आ जाती है जो शासन की संवेदन शून्यता को जाहिर करने के लिए पर्याप्त है।
ब्लाक मुख्यालय पर एक पशु अस्पताल और तीन पशु सेवा केन्द्र बेलवार, सोनहिता और मुस्तफाबाद में स्थापित किए गए हैं। पशु चिकित्सालय पर एक चिकित्सक एक कंपाउण्डर और एक चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी की नियुक्ति की गई है। शेष तीनों पशु सेवा केंद्र अनाथ की स्थिति मे अपने दुर्भाग्य पर आंसू बहाने को मजबूर हैं। कारण स्पष्ट है इन केंद्रों पर विगत कई वर्षो से किसी की नियुक्ति ही नहीं हुई है। ऐसे में सहज ही अंदाजा लगाया जा सकता है यह केंद्र पूरे विकास खंड मे कितनी सुविधा उपलव्ध करा सकते हैं। यही नहीं समय-समय पर इन लोगों को विभागीय कार्य के लिए जनपद मुख्यालय जाना पडता है।
क्या कहते हैं जिम्मेदार
इस संदर्भ में मुख्य पशु चिकित्सा अधिकारी डा वीरेन्द्र ¨सह से बात की गई तो उन्होंने कहा कि स्टाफ की कमी के कारण ऐसा है। शासन कर्मचारी उपलब्ध कराएगा तभी हम नियुक्ति कर सकते हैं।