एक साल से झाम में फंसी डाक्टरों की नियुक्ति
कैरीकेचर लगाएं --------------- -स्वास्थ्य कर्मियों की कमी से जूझ रहे खैराती अस्पताल जौनपुर:
कैरीकेचर लगाएं
---------------
-स्वास्थ्य कर्मियों की कमी से जूझ रहे खैराती अस्पताल
जौनपुर: जनपद के खैराती अस्पताल चिकित्सकों व स्वास्थ्य कर्मियों की कमी से जूझ रहे हैं। वहीं एक साल से नियुक्ति प्रक्रिया लिखा-पढ़ी के झाम में फंसी हुई है। अपर स्वास्थ्य निदेशक ने दो बार जांच कर रिपोर्ट दिया। इसके बाद भी सार्थक कदम शासन द्वारा नहीं उठाया जा रहा है। परेशान मरीज नीम-हकीम के चक्कर में फंसकर आर्थिक व शारीरिक नुकसान उठा रहे हैं। जिम्मेदार लोग इससे अनजान बने हुए हैं।
सूबे की सरकार बेहतर स्वास्थ्य सुविधा उपलब्ध कराने का दावा करती है। चिकित्सकों व स्वास्थ्य कर्मियों को सख्त निर्देश दिया गया है कि वह मरीजों से मधुर व्यवहार करें तथा सभी चिकित्सकीय व्यवस्था अस्पताल से मुहैया कराई जाए। बाहर से जांच व दवा लिखने वालों के खिलाफ कार्रवाई करने का भी फरमान जारी किया गया है। जिले में सरकार के दावा के विपरीत सब कुछ चल रहा है। अधिकांश अस्पतालों पर चिकित्सकों व स्वास्थ्य कर्मियों की कमी है वहीं जहां तैनात हैं वहां आते नहीं। अधिकांश अस्पतालों पर चिकित्सकों के रात्रि विश्राम न करने के कारण मरीज इंतजार कर लौट जाते हैं।
दूसरी तरफ विभिन्न योजनाओं के तहत राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के तहत चिकित्सकों व स्वास्थ्य कर्मियों की संविदा पर नियुक्ति हेतु एक साल प र्व आवेदन निकाला गया था। लेकिन आज तक नियुक्ति प्रक्रिया पूरी नहीं हुई। जिससे मरीजों को उपचार में परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।
शासन को लिखा गया पत्र
मुख्य चिकित्सा अधिकारी डा.रवींद्र कुमार ने कहा कि शासन द्वारा नियुक्ति प्रक्रिया पर रोक लगाई गई है। नियुक्ति के लिए शासन को तीन माह पूर्व पत्र लिखा गया था लेकिन कोई आदेश नहीं आया।