भूखे रह जाते हैं आंगनबाड़ी के बच्चे
तेजी बाजार (जौनपुर): गरीब कुपोषित परिवार के बच्चों को संतुलित पौष्टिक आहार उपलब्ध कराने के लिए आंगनब
तेजी बाजार (जौनपुर): गरीब कुपोषित परिवार के बच्चों को संतुलित पौष्टिक आहार उपलब्ध कराने के लिए आंगनबाड़ी योजना में बच्चों को दोपहर में पका-पकाया भोजन देने की व्यवस्था है। लेकिन महराजगंज व बक्शा ब्लाक में अधिकांश केंद्र सिर्फ कागजों में संचालित हैं। केंद्रों पर न तो भोजन बनता है न ही बच्चे आते हैं।
दोपहर में किसी भी आंगनबाड़ी केंद्र पर शायद ही कभी भोजन बनता हो। इन केंद्रों पर चार-छह बच्चे से अधिक कभी आते ही नहीं, जो आते भी हैं वह प्राइमरी स्कूल के मिड-डे मील का भोजन चखते हैं। कागज में चाहे जितने बच्चे दर्ज हों पर वास्तविकता के धरातल पर कुछ केंद्रों पर 10 फीसद बच्चे भले ही मिल जाएं, जबकि अधिकांश केंद्रो पर बच्चे आते ही नहीं। फिर भी मिड-डे मील का पूरा पैसा खारिज होता है। यह सब अधिकारियों के सामने ही होता है।
इस संबंध में प्रधान कंचनलता तिवारी का आरोप है कि ग्रामीणों ने कई बार अधिकारियों को लिखित शिकायत किया कि आंगनबाड़ी केंद्र कभी नहीं चलता। यहां न तो भोजन बनता है न ही बच्चे आते हैं। इस मामले में बाल विकास परियोजना अधिकारी का कहना है कि यदि जांच में कहीं ऐसा पाया गया तो कड़ी कार्रवाई होगी।