कुपोषण की शिकार बालिका ने तोड़ा दम
चंदवक (जौनपुर): एक तरफ केंद्र व प्रदेश सरकार का स्वास्थ्य महकमा कुपोषण के खिलाफ प्रदेशव्यापी अभिय
चंदवक (जौनपुर): एक तरफ केंद्र व प्रदेश सरकार का स्वास्थ्य महकमा कुपोषण के खिलाफ प्रदेशव्यापी अभियान चलाया है। डीएम व सीडीओ प्रत्येक जिले में गांवों को गोद लेकर कुपोषण को समाप्त करने को प्रयासरत हैं वहीं जमीनी हकीकत है कि गांवों में कुपोषण के शिकार बच्चे दम तोड़ रहे हैं। ऐसा ही एक मामला पोखरा गांव की दलित बस्ती का है, जहां कुपोषण की शिकार दो वर्षीय बालिका ने दम तोड़ दिया।
पोखरा गांव निवासी बबलू राम की दो वर्षीय पुत्री रानी काफी दिनों से कुपोषण का शिकार हो गई थी। निर्धनता के कारण उसका इलाज सही तरीके से नहीं करा पा रहा था। सरकारी व निजी अस्पताल में दिखाया परंतु धन के अभाव में इलाज सही तरीके से नहीं हुआ। गरीबी को देखते हुए गांव के ही समाजसेवी मोनू ¨सह ने एक माह पूर्व सीएमओ को अवगत कराया। इस पर इलाज कराने का आश्वासन मिला। परंतु स्वास्थ्य विभाग की टीम नहीं पहुंच सकी और बालिका ने सोमवार को दम तोड़ दिया। कुपोषण से हुई बालिका की मौत ने केंद्र व प्रदेश सरकार द्वारा कुपोषण के खिलाफ चलाए जा रहे अभियान की पोल खोल दी। गांव में और भी बच्चे कुपोषण से पीड़ित हैं।