प्रमुख सचिव के निर्देशों को नहीं मिली अहमियत
मीरजापुर : शासन ने जनपद में विकास कार्यों की निगरानी के लिए रेशम विभाग के प्रमुख सचिव नवतेज ¨सह क
मीरजापुर : शासन ने जनपद में विकास कार्यों की निगरानी के लिए रेशम विभाग के प्रमुख सचिव नवतेज ¨सह को अपना दूत नामित किया है। मुख्य सचिव के निर्देश के अनुपालन में प्रमुख सचिव हर महीने जिले के विकास कार्य की हकीकत देखने आते भी हैं। इसी कड़ी में वह वह 24 अप्रैल को फिर जनपद में आएंगे। इसकी जानकारी मिलने के साथ ही जिला प्रशासन फाइलों के उधेड़बुन में जुट गया है। लोहिया गांवों की तस्वीर संवारी जा रही है। सीडीओ अमित कुमार ¨सह खुद विभिन्न कार्यों की मानीट¨रग कर रहे हैं। हालांकि जानकर हैरत होगा की प्रमुख सचिव के पिछले दौरों में दिए गए कई निर्देशों का अनुपालन अब तक नहीं हो सका है। अब तो लोग कहने लगे हैं कि प्रमुख सचिव निरीक्षण व बैठक कर चले जाते हैं। यह दीगर बात है कि उसका असर कार्यदायी संस्थाओँ व नौकरशाही पर कितना पड़ता है इसकी हकीकत यदि देखनी हो तो शासन के दूत के पहले दिए गए आदेशों पर गौर करना जरूरी होगा।
प्रमुख सचिव के वे आदेश जिनका नहीं हुआ अनुपालन
प्रमुख सचिव ने आठ माह पहले मंडलीय अस्पताल को मच्छरों के आतंक से मुक्त कराने के लिए गैलरी में जाली लगाने का निर्देश प्रमुख चिकित्सा अधीक्षक को दिया था। हालांकि अब तक गैलरी में रे¨लग नहीं लग पाई। मच्छरों का आतंक बढ़ता जा रहा है। मरीजों परेशान हैं।
प्रमुख सचिव ने प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र (अकोढ़ी) में पानी की टंकी भरने और चहारदीवारी के निर्माण के लिए निरीक्षण के दौरान कहा था। चार माह हो गए लेकिन दोनों काम नहीं हो सके हैं। इसकी वजह से वहां रूकने वाले चिकित्सकों के साथ ही मरीजों को भी दिक्कत होती है।
प्रमुख सचिव के निर्देश के बावजूद अदिकतर लोहिया गांवों में बने शौचालयों की पे¨टग नहीं कराई जा सकी है। अधिकतर शौचालयों का निर्माण अधूरा है।
आदेश का होगा पालन
जिलाधिकारी राजेश कुमार ¨सह का कहना है कि प्रमुख सचिव के निर्देशों का अनुपालन कराया जाएगा। विभागीय स्तर पर मानीट¨रग की जा रही है।