बेमौसम बारिश से किसान बर्बाद
जौनपुर : दो दिनों से मौसम में परिवर्तन से ठंड में इजाफा हुआ है। मौसम की मार का आलम यह है कि 40 फीसद
जौनपुर : दो दिनों से मौसम में परिवर्तन से ठंड में इजाफा हुआ है। मौसम की मार का आलम यह है कि 40 फीसद फसलें बर्बाद हो गई हैं। अगर यही स्थिति आगे भी रही तो पूरी फसल बर्बाद होने की संभावना है। इससे ईट भट्ठा संचालकों की भी मुश्किलें बढ़ गई है। पूरे दिन रिमझिम बारिश होने से लोगों का काम-काज पूरी तरह से प्रभावित रहा।
बीती रात तेज बारिश से नगर की पूरी नालियां चोक ले ली हैं जिससे सड़कों पर जलभराव हो गया। पूरे शहर में बरसात के कारण कीचड़ हो गया है। बदलापुर क्षेत्र में रिमझिम बारिश से लोगों की मुश्किलें कम होने का नाम नहीं ले रही है। क्षेत्र में हुई बरसात व तेज हवा के चलते गेहूं की फसल जमींदोज हो गई है। वहीं सरसों की फसल भी 10 से 15 फीसद बर्बाद हुई है। क्षेत्र के रमनीपुर निवासी उमेशचंद्र मिश्र, हेकारपुर निवासी शिवाजी दूबे, ऊदपुर गेल्हवा के राजन ¨सह, सरोखनपुर के राजनाथ ¨सह यादव ने कहा कि धान की फसल को हुदहुद ने चौपट किया व रबी को इस बरसात ने। किसानों की रीढ़ को प्रकृति ने तोड़ दिया है। बाद में बोई गई गेहूं की फसल को भारी क्षति हुई है। आम की फसल भी पूरी तरह से चौपट हुई है।
केराकत में बेमौसम वर्षा के चलते फसलों व ईट भट्ठा संचालकों को भारी क्षति उठानी पड़ी है। जहां हवाओं के साथ हुई वर्षा से गेहूं की फसलें गिर गई। वहीं भट्ठों पर पाथे गए कच्चे ईट पानी के चलते गल गए।
जगह-जगह जलनिकासी न होने से वर्षा के चलते भारी जलजमाव हो गया है जिसके चलते लोगों को भारी कठिनाईयों का सामना करना पड़ रहा है। केराकत नगर के सरायबीरू, सब्जीमंडी, आजादनगर, शिवनगर, सरकी, सुल्तानपुर, पेसारा, मुफ्तीगंज बाजार, बेलांव, थानागद्दी बाजार आदि स्थानों पर जलभराव नारकीय स्थिति है।
तेजीबाजार क्षेत्र में भारी बारिश से फसलें बर्बाद हुई है। धर्मापुर व मुफ्तीगंज ब्लाक के अंर्तगत दर्जनों गांवों में 24 घंटे से जारी तेज हवा के साथ बारिश ने क्षेत्र के किसानों की गेहूं की फसल पर तगड़ी चोट मारी है व अधिकांश किसानों की खेतों में बाली लगी हुई गेहूं की फसलों ने जमीन पकड़ लिया। नगर के बेलवा रोड व जलालपुर रोड की सड़क पर कीचड़युक्त जलजमाव के कारण पैदल चलना भी दूभर हो गया है। बेलवा मोड़ पर पोस्ट आफिस के सामने व दसी मार्ग पर भंडरिया टोला के पास सड़क टूटकर जर्जर हो गई। सुजानगंज में भी हो रही दो दिनों से वर्षा से किसानों की फसलें बर्बाद हो गईं।
भट्ठा मालिकों पर फिर पड़ी बरसात की मारबरईपार (जौनपुर): जनपद में रविवार की रात से जारी बरसात के चलते भट्ठा मालिकों पर एक बार फिर जोरदार चपत पड़ गई है। इस वर्ष कड़ी मेहनत व अच्छी लागत से तैयार कच्ची ईट भट्ठे में नहीं पहुंच पा रही है।
वर्षा के कारण भट्ठा मालिक अभी तक एक चक्र पक्की ईट नहीं निकाल पा रहे है। कुछ भट्ठों में ईट की बोआई हो गई है। वे ऊपर से त्रिपाल व पन्नी डालकर बचाने के चक्कर में लगे है। वहीं अधिकांश ईट पाथकर चट्टा लगी है तो कुछ पाथकर जमीन पर पड़ी है। उनपर बरसात की मार पड़ने से गलकर नष्ट हो गया। संचालक चंद्रिका सेठ, देवेंद्र ¨सह, महेंद्र मिश्र का कहना है कि इस वर्ष प्रकृति ने कमर तोड़ दिया है जब भी ईट तैयार करके सूखाकर बोझने की तैयारी की जाती है। बरसात से अधिकांश ईट बूंदीमार तो काफी गल जा रहे है।
45 फीसद गेहूं की फसल हुई खराब
इस बाबत कृषि विज्ञान केंद्र के कार्यक्रम समन्वयक डा.सुरेश कन्नौजिया ने कहा कि 40 से 45 फीसद गेहूं की फसलों को नुकसान हुआ है। वहीं 40 फीसद मटर, 20 फीसद चना, 20 फीसद सरसों, 25 फीसद अरहर व आम के फलों को काफी नुकसान हुआ है।