विद्यार्थियों में सृजनात्मकता की जरूरत : डा. नाग
जौनपुर : वीर बहादुर ¨सह पूर्वांचल विश्वविद्यालय के संगोष्ठी भवन में दो दिवसीय राष्ट्रीय विज्ञान दिवस
जौनपुर : वीर बहादुर ¨सह पूर्वांचल विश्वविद्यालय के संगोष्ठी भवन में दो दिवसीय राष्ट्रीय विज्ञान दिवस समारोह का उद्घाटन शुक्रवार को महात्मा गांधी काशी विद्यापीठ के कुलपति डा. पृथ्वीश नाग ने किया। उद्घाटन सत्र में बतौर मुख्य अतिथि उन्होंने कहा कि हमारी विज्ञान और प्रौद्योगिकी आज मानव जीवन में हर रूप में शामिल है।
अंतरिक्ष तकनीकी ने आज हमें भूतल एवं पर्यावरण, प्राकृतिक आपदाओं, कृषि तकनीकी, सीमा सुरक्षा, सैन्य रणनीति और ग्लोबल पोजि¨सनिग सिस्टम (जीपीएस) तकनीकी को बहुत बड़ा विस्तार दिया है। इस तकनीकी की मदद लेकर आज हम भविष्यगत योजनाओं को बना रहे है। अंतरिक्ष तकनीकी ने शोध के विभिन्न क्षेत्रों में नए आयामों को जन्म दिया है। भारत में बढ़ रहे जनसंख्या घनत्व को मद्देनजर रखते हुए हमारी अंतरिक्ष तकनीकी के बहुत सारे उपयोग अभी भविष्य में होने वाले है।
उन्होंने पूर्व राष्ट्रपति अब्दुल कलाम को संदर्भित करते हुए कहा कि विद्यार्थियों को जीवन में रटकर कुछ नहीं मिलने वाला बल्कि सृजनात्मकता की जरूरत है। इसी सृजनात्मकता से जीवन में बहुत कुछ किया जा सकता है। अध्यक्षता करते हुए प्रो. डीडी दुबे ने कहा कि विज्ञान आज मानव कल्याण के लिए कार्य कर रहा है। आज के समय में तकनीकी का जो विस्तार हुआ है उसका श्रेय वैज्ञानिक सीवी रमन को जाता है।
सीमित संसाधनों के बावजूद उनके द्वारा की गयी खोज शिक्षकों व विद्यार्थियों के लिए प्रेरणास्त्रोत है। कार्यक्रम के संयोजक प्रो. बीबी तिवारी ने अपने स्वागत भाषण में नोबेल पुरस्कार प्राप्त वैज्ञानिक सीवी रमन के रमन प्रभाव पर चर्चा की और कहा कि रमन इफेक्ट का उपयोग इंटरनेट के साधनों में भी होता है। डा. प्रदीप कुमार एवं डा. संतोष कुमार ने वक्ताओं का विस्तार से परिचय प्रस्तुत किया। धन्यवाद ज्ञापन डा. अशोक कुमार श्रीवास्तव ने किया।
संचालन इंजीनिय¨रग संस्थान की बीटेक छात्रा अनामिका ¨सह और कासिमा उपाध्याय ने संयुक्त रूप से किया। उद्घाटन समारोह के पश्चात इंजीनिय¨रग संस्थान में विश्वविद्यालय के विद्यार्थियों ने वैज्ञानिक मॉडलों की प्रदर्शनी लगायी। इन मॉडलों के माध्यम से विद्यार्थियों ने अपनी सृजन क्षमता को प्रदर्शित किया। प्रदर्शनी में सॉलिड वेस्ट मैनेजमेंट, ¨वड इलेक्ट्रानिक हाउस, सोशल साइट चैट ऑन पूर्वांचल, इलेक्ट्रानिक हाउस, डेवलपमेंट ऑफ साइंस, मोबाइल इनक¨मग कॉल इंडिकेटर, बंद कमरे में अंगीठी से होने वाली मौत, मिसाइल सहित कुल 57 मॉडल विद्यार्थियों द्वारा प्रदर्शित किये गए।
मॉडल प्रदर्शनी का संयोजन इंजीनिय¨रग संस्थान के विद्यार्थी पीयूष, साकिया, स्वाति, वैभव, गौरव, शीलनिधि ने किया। समारोह की विभिन्न गतिविधियों में प्रो. वीके ¨सह, प्रो. रामजी लाल, संदीप ¨सह, रजनीश भाष्कर, रवि प्रकाश, डा. संजीव गंगवार, डा. सौरभ पाल, राजकुमार सोनी, डा. वंदना राय, डा. मनोज मिश्रा, डा. राजेश शर्मा, डा. एसपी तिवारी, डा. दिग्विजय ¨सह राठौर, डा. सुनील कुमार, डा. रूश्दा आजमी समेत विश्वविद्यालय के विभिन्न संकायों के शिक्षक एवं विद्यार्थी मौजूद रहे।