समाजवादी पेंशन में फंसा सत्यापन का पेच
महराजगंज (जौनपुर): प्रदेश सरकार की महत्वाकांक्षी योजना समाजवादी पेंशन में सत्यापन का पेंच फंसा हुआ ह
महराजगंज (जौनपुर): प्रदेश सरकार की महत्वाकांक्षी योजना समाजवादी पेंशन में सत्यापन का पेंच फंसा हुआ है। आवेदन करते समय कोई भी मानक निर्धारित नहीं था। बाद में मानक निर्धारित किया गया, उसे भी अमान्य करते हुए ग्राम पंचायत में वर्गवार संख्या निर्धारित कर दी गई। ग्रामीणों ने ग्राम पंचायत की बैठक का बहिष्कार कर दिया।
ग्राम पंचायत सराय दुर्गादास में 10 अक्टूबर को समाजवादी पेंशन के सत्यापन के लिए खुली बैठक निर्धारित की गई और सहायक विकास अधिकारी के पर्यवेक्षण में खुली बैठक का आयोजन किया गया, जहां ग्रामीणों का विरोध इसलिए हो गया कि प्रशासन द्वारा जो संख्या पेंशन के लिए निर्धारित की गई वह सामान्य व ओबीसी मिलाकर एक पेंशन का लक्ष्य रखा गया तथा अनुसूचित जाति का लक्ष्य दो का रखा गया और अल्पसंख्यक का लक्ष्य चाक रखा गया। इस प्रकार गांव से कुल 47 पेंशन स्वीकृत करने के लिए ग्राम पंचायत की खुली बैठक बुलाई गई जबकि ग्राम पंचायत सराय दुर्गादास में नखतपुर को जोड़ा गया है और यहां की कुल आबादी 2569 है, जिसमें अनुसूचित जाति की संख्या 791 है और अल्पसंख्यक की संख्या 427 है और ओबीसी की संख्या 364 है तथा सवर्ण की संख्या 1214 है।
इस असमानता को देखकर ग्रामीण भड़क गए और बैठक का बहिष्कार कर दिए। इसलिए इस बैठक में समाजवादी पेंशन का सत्यापन नहीं हो पाया। इस विषय पर प्रधान रामनाथ यादव ने बताया कि मेरी ग्राम पंचायत में 116 आवेदन आए थे जिसमें मेरे द्वारा 78 को पात्र बनाकर भेजा गया था जिसमें 14 अल्पसंख्यक का था। अब जो 47 में 44 अल्पसंख्यक को देने के लिए कहा जा रहा है जिससे ग्रामीण नाराज हैं और खुली बैठक नहीं हो पाई।