अपहरण का ड्रामा कर घर लौटे प्रबंधक
केराकत (जौनपुर): दिन भर चले विद्यालय प्रबंधक के अपहरण की कहानी शाम को ड्रामा साबित हुई। सक्रिय पुलिस
केराकत (जौनपुर): दिन भर चले विद्यालय प्रबंधक के अपहरण की कहानी शाम को ड्रामा साबित हुई। सक्रिय पुलिस ने सर्विलांस पर संपर्क साधा और दबाव बनाया तो सारा कथानक फिल्मी साबित हुआ। प्रबंधक बस पर बैठे और सकुशल घर चले आए। इसी मामले को लेकर सेवईनाला बाजार में रास्ता जाम किया गया।
जफराबाद थाना क्षेत्र के किरतापुर निवासी राकेश विश्वकर्मा विश्वा आर्यन पब्लिक स्कूल के प्रबंधक हैं। सोमवार को घर से यह कहकर निकले कि स्कूल के लिए सीमेंटेड शेड खरीदने जा रहा हूं। दोपहर दो बजे वे नगर के सिपाह पहुंचकर एक व्यवसायी से कुछ रुपयों की मांग किए। उसने बाद में बुलाया किंतु प्रबंधक नहीं लौटे। प्रबंधक के परिवार वाले तब बेचैन हो गए जब उन्हीं के स्कूल के अध्यापक श्रवण कुमार के मोबाइल पर रात आठ बजे अपहरण किए जाने की बात धमकी भरे लहजे में बताई गई। इस पर राकेश के भाई संतोष विश्वकर्मा एडवोकेट ने रात में ही जफराबाद पहुंचकर थाने में तहरीर दी।
थानाध्यक्ष ने सुबह कार्रवाई का आश्वासन दिया। कोई कार्रवाई न किए जाने पर विद्यालय के छात्र-छात्राएं, स्थानीय लोग तथा भाजपा के कार्यकर्ता केराकत-जौनपुर मार्ग पर सेवईनाला बाजार में जम गए और रास्ता जाम कर दिया।
सूचना पर पुलिस महकमे में हड़कंप मची तो एएसपी ओपी पांडेय, रामजीत सिंह यादव सहित सीओ, थाना प्रभारी भारी फोर्स के साथ पहुंच गए। एएसपी ओपी पांडेय ने समझा-बुझाकर लोगों को वहां से हटाया। इसके बाद सर्विलांस के जरिए सुरागरशी शुरू की तो प्रबंधक की लोकेशन वाराणसी में मिली। वहां पुलिस की एक टीम भेजी गई। दबाव बढ़ता गया, प्रबंधक से भी फोन पर संपर्क होने लगा तो वे सीधे जफराबाद थाने बस से चलकर आ गए। वे क्यों गए, कहां रहे और ऐसा क्यों किया, यह कहानी फिलहाल पुलिस तक ही सीमित है।