अब परिषदीय स्कूलों के शैक्षिक स्तर की होगी जांच
सिरकोनी (जौनपुर): कुछ परिषदीय विद्यालयों में पठन-पाठन के नाम पर महज खानापूर्ति के दिन अब लदने वाले ह
सिरकोनी (जौनपुर): कुछ परिषदीय विद्यालयों में पठन-पाठन के नाम पर महज खानापूर्ति के दिन अब लदने वाले हैं। खंड शिक्षा अधिकारी राजेश कुमार ने सतत सम्प्राप्ति परीक्षण का ऐसा फार्मेट तैयार किया है जिससे यदि सब कुछ ठीक ठाक रहा तो इन स्कूलों में छात्र-छात्राओं के शैक्षिक स्तर का 'सच' खुद ब खुद सामने आ जाएगा।
इसके लिए शिक्षकों को समयबद्ध 'टार्गेट' देते हुए छात्र-छात्राओं ने कितना सीखा इसकी विधिवत रिपोर्ट भी तैयार करने का निर्देश दिया गया।
बीइओ की पहल कारगर हुई तो शैक्षिक गुणवत्ता में सुधार तय बताया गया।
इस संबंध में गुरुवार को ब्लाक संसाधन केंद्र (बीआरसी) पर प्रधानाध्यापकों संग बैठक कर बीइओ ने कहा कि शिक्षा की गुणवत्ता से किसी प्रकार का समझौता नहीं हो सकता। उन्होंने विभिन्न कक्षाओं के पाठ्यक्रमों का खुद उल्लेख करते हुए उसके अनुरूप प्रोजेक्ट व गृह कार्य पर विशेष बल दिया। कहा कि रटंत शैली से हटकर 'करके सीखने' पर जोर दिया जाए।
उन्होंने नि:शुल्क यूनीफार्म वितरण के बाबत जहां आवश्यक जानकारी दी वहीं सतर्क किया कि मानक के विपरीत यदि वितरण किया गया तो दोषियों के विरुद्ध कड़ी कार्यवाही की जाएगी।
एनपीआरसी संजीव कुमार सिंह, डा.अखिलेश सिंह, मु.हाशिम, धर्मेद्र, राकेश पांडेय, ओम प्रकाश, राजीव, मयंक आदि ने कुछ समस्याओं को उठाया। कुछ विद्यालयों में पुस्तकों की कमी की समस्या से भी अवगत कराया गया। एबीआरसी डा.दिनेश प्रताप सिंह, रुद्रसेन सिंह, कुंवर यशवंत सिंह ने भी प्रधानाध्यापकों को जरूरी सुझाव दिए।
शिक्षकों का उत्पीड़न बर्दाश्त नहीं
जौनपुर: प्राथमिक शिक्षक संघ के जिलाध्यक्ष अरविंद कुमार शुक्ल ने कहा है कि ड्रेस वितरण में गुणवत्ता के नाम पर शिक्षकों का उत्पीड़न बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। अपने बयान में उन्होंने कहा है कि यह कार्य विद्यालय प्रबंध समिति की देखरेख में होना है। यदि सक्षम अधिकारी जरूरी समझे तो अपनी मौजूदगी में कपड़े के चयन के पूर्व उसकी गुणवत्ता स्वयं परखें। इसके पश्चात वितरण कराएं।