प्रताड़ित महिला की सुरक्षा में नहीं उठ रहे पुलिस के हाथ
मछलीशहर (जौनपुर): वह रो-रोकर अपना दु:ख बयां करती है तो पुलिस हंस कर आरोपी की लंबी पकड़ होने का हवाला देकर कार्रवाई न होने का दर्द सुनाती है। महिला पड़ोसी की प्रताड़ना से डरी रात दूसरे के घर में बिताती है। तीन वर्ष से लगातार कानूनी मदद पाने के लिए चक्कर काट रही महिला की प्रथम सूचना रिपोर्ट भी दर्ज नहीं हुई। आरोपी महिला को पीटने के बाद इलाहाबाद में पनाह पाता है।
यह स्थिति प्रदेश में महिलाओं की सुरक्षा को लेकर किए गए इंतजाम को बयां कर रही है। उक्त घटना मछलीशहर थाना क्षेत्र के देवरिया गांव निवासी सुशीला देवी के साथ हो रही है। असहाय बनी महिला सुरक्षा के लिए कई बार थाने गई। तहसील दिवस, जनता दर्शन, पुलिस अधीक्षक कार्यालय का चक्कर लगाती थक जा रही है। थकी हारी महिला अदालत में मुकदमा कायम कराना चाहती है। 156 (3) के तहत दिए गए प्रार्थना पत्र पर थाने द्वारा आख्या भेजने में ही हीला हवाली की जा रही है। परिणामत: वह दबंगों के आगे असहाय बनी है। उसका पति ट्रक ड्राइवर है। वह मुंबई रहता है। इसी का नाजायज लाभ आरोपी युवक उठा रहा है। महिला का कहना है कि आरोपी युवक के भय से वह रात में अपनी बेटी के साथ दूसरे के घर में सोती है। उसे डर है कि कहीं अनहोनी न हो जाए।