खेतों तक नहीं पहुंचा पाता पानी
जफराबाद (जौनपुर): पंप कैनाल चलता है पर पानी नहरों से खेतों तक नहीं पहुंच पाता। हम बात कर रहे हैं सिरकोनी विकास खंड के मोथहां पंप कैनाल की। सोच रहे होंगे पंप कैनाल चलता है तो पानी कहां जाता है।
पंप केनाल से नहर दर्जनों गांव से होते हुए जलालपुर सई नदी में जा मिली है। नहर का पानी एक किलोमीटर चलकर कबूलपुर बाजार के आगे नहीं जा पाता। इसके पीछे कई कारण सामने आया। पहला विद्युत आपूर्ति का कम होना। दूसरा विद्युत आपूर्ति चालू स्थिति में प्राय: कर्मचारी (कैनाल आपरेटर) का नदारद रहना। नहर में गंदगी का ढेर जमा होना। जगह-जगह नहर में लीकेज होना व जगह-जगह नहरों को मिट्टी आदि से पाटकर ब्लाक कर देना है। कबूलपुर के आगे दर्जनों गांव के किसानों की शिकायत है कि वर्ष बीत गए, नहर में पानी देखने को आंखें तरस गई। कुछ ने कहा कि जब से कैनाल व नहर चालू हुआ आज तक पानी कभी नहर की पूरी दूरी तय कर जलालपुर सई नदी में नहीं गिरा। इससे अनुमान लगाया जा सकता है कि नहर में पानी की आपूर्ति कितनी होगी।
नहर का कराया जाए नवीनीकरण
मोथहां कबूलपुर के किसान रामदवर यादव, जावेद अंसारी, कृपाशंकर यादव, जित्तू विश्वकर्मा, महल गांव के शिवपूजन विश्वकर्मा, दिनेश कुमार, नत्थनपुर के नंदलाल राजभर, अशोक कुमार आदि ने बताया कि इनका नहर के किनारे खेत होने के बावजूद सिंचाई के अभाव में फसल नहीं हो पाती। इन किसानों ने नहर की साफ-सफाई व नवीनीकरण की मांग किया है। आपरेटर व जिम्मेदार विभागीय कर्मचारियों में सुधार की मांग व विद्युत आपूर्ति बढ़ाने की भी मांग किया है।
टेल तक नहीं पहुंच रहा पानी
बदलापुर (जौनपुर): नहर विभाग की लापरवाही का आलम यह है कि या तो पानी ही नहीं मिलता या फिर इतना अधिक आता है कि पटरी ही कट जाती है। किसानों ने कहा कि नहरों की पटरी ऊंची न होने से टेल तक पानी नहीं पहुंच रहा है।
शारदा सहायक खंड 36 के भीमपुर रजवाहा में अभी एक सप्ताह पूर्व पानी छोड़ा गया था। जहां पानी के आते ही नहर की पटरियां कटने लगीं तथा फसल जलमग्न होने लगी। किसानों की सूचना पर पानी का फ्लो कम कर दिया गया जिसके चलते टेल तक पानी नहीं पहुंचता है। यही स्थिति हमेशा बनी रहती है। शत प्रतिशत आपूर्ति हेतु नहरों की पटरियों को ऊंचा किया जाना नितांत आवश्यक है।