..तो आसमान तले होगा इलाज
शाहगंज (जौनपुर) : स्वास्थ्य विभाग के एक तुगलकी फरमान से चिकित्सकों के सिर से छत नदारद होने वाली है। ओपीडी खुले आसमान के नीचे चलेगी। ओपीडी भवन सहित अन्य भवनों को तोड़ने के स्वास्थ्य विभाग के फरमान पर सवाल खड़े हो रहे हैं।
स्थानीय पुरुष चिकित्सालय का ओपीडी पुराने भवन में चलता है। उक्त भवन में चिकित्सालय के अधीक्षक डा.आरके यादव, बाल रोग विशेषज्ञ डा.एमके गुप्ता, डा.यूके सान्याल व डा.आरके वर्मा मरीजों का उपचार करते हैं। यहां पर मरीजों का पर्चा बनता है। दवाएं भी वितरित की जाती हैं। इस भवन को गिराने का निर्णय स्वास्थ्य विभाग ने किया है। ओपीडी भवन के साथ ही दंत रुजायल का पुराना वार्ड, महिला चिकित्सालय के चिकित्साधिकारी व नर्स आवास को भी गिराया जाना है। इसके लिए मऊ की एक कंपनी को नीलामी भी दे दी गई है। अगर भवन गिरा दिए गए तो पुरुष चिकित्सालय में खुले आसमान के नीचे मरीजों का उपचार होगा। सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के नये भवन में पर्याप्त स्थान नहीं है। इसकी वजह से चिकित्सकों को चेम्बर नहीं मिल पाएगा और मरीज भी परेशान होंगे।
लाखों का माल, कौड़ियों का दाम
स्वास्थ्य विभाग ने जिन भवनों को गिराने का निर्णय लिया है। उन भवनों का मलबा भी लाखों में बिकेगा। लेकिन महकमे के जिम्मेदारों का खेल देखिए। इन मलबों के लिए भवनों को गिराने वाली कंपनी को महज 15 हजार रुपये देने हैं। स्वास्थ्य विभाग में गड़बड़झाले को लेकर तरह-तरह के सवाल उठ रहे हैं।