कई केंद्रों पर हो रही बोलकर नकल
जागरण संवाददाता, उरई : माध्यमिक शिक्षा परिषद की परीक्षा में नकल माफिया ने छात्रों को पास कराने के लि
जागरण संवाददाता, उरई : माध्यमिक शिक्षा परिषद की परीक्षा में नकल माफिया ने छात्रों को पास कराने के लिए नया तरीका निकाल लिया था। शायद इसीलिए पूरे दिन गठित सचल दल व सेक्टर मजिस्ट्रेट रोजाना हजारों रूपये का ईधन फूंक कर परीक्षा केंद्रों का दौरा कर रहे है। लेकिन नकलची छात्र है कि पकड़ में नहीं आ रहे है। जानकारों की माने तो नकल माफिया अब परीक्षा केंद्रों पर बोल-बोल कर नकल करा रहे है।
माध्यमिक शिक्षा परिषद ने नकलविहीन परीक्षा कराने के लिए खासी कवायद की। इसके तहत जहां संवेदनशील व अति संवेदनशील केंद्रों पर विशेष नजर रखी जा रही है। वहीं नकल रोकने के लिए छह सचल दल गठित किए है। जो परीक्षा के दौरान केंद्रों पर जाकर लगातार निगरानी कर रहे है। वैसे तो जिला नकल के लिए खासा चर्चित रहा है लेकिन इस बार सचल दलों की दौड़ के बाद भी नकलची हाथ नहीं लग रहे है। हालात ये है कि आधी परीक्षाएं निकल जाने के बाद भी पचास नकलची भी हाथ नहीं लगे है। शिक्षा विभाग के अफसरों की माने तो सख्ती के चलते जिले में परीक्षार्थी परीक्षा छोड़ रहे है। वहीं नकल करने की वह हिम्मत नहीं जुटा पा रहे है। जबकि जानकार सूत्रों की माने तो नकल माफिया ने कई विद्यालयों में केंद्र व्यवस्थापकों व कक्ष निरीक्षकों को अपने साथ मिल कर बोल-बोल कर नकल कराने का तरीका निकाल लिया है। इस कारण नकलची पकड़ में नहीं आ रहे है। मंगलवार को पहली पाली में हाईस्कूल का मानव विज्ञान प्रश्न पत्र और इंटरमीडिएट में संगीत, गायन वादन द्वितीय प्रश्न पत्र की परीक्षा हुई। महत्वपूर्ण विषय न होने की वजह से परीक्षार्थियों की संख्या भी बहुत ही कम थी। जिसके चलते कोई नकलची नहीं पकड़ा जा सका। दूसरी पाली में इंटरमीडिएट का रसायन विज्ञान का द्वितीय प्रश्न पत्र था। महत्वपूर्ण विषय होने के बाद भी राजकीय इंटर कालेज बाबई में एक नकलची सचल दल के हत्थे चढ़ा। जिला विद्यालय निरीक्षक राजेंद्र बाबू ने बताया कि परीक्षा सख्ती से कराने के निर्देश केंद्र व्यवस्थापकों को दिए गए हैं। हर केंद्र की निगरानी सख्ती के साथ कराई जा रही है जिसके चलते नकल पर अंकुश लगा है।