दमरास में खोला आवारा पशुवाड़ा
महेबा, संवाद सूत्र : आवारा पशुओं से परेशान हो चुके दमरास के किसानों ने प्रधान के सहयोग से पशुओं के ल
महेबा, संवाद सूत्र : आवारा पशुओं से परेशान हो चुके दमरास के किसानों ने प्रधान के सहयोग से पशुओं के लिए ग्राम सभा की भूमि पर तार बाड़ लगाकर गौसदन पशु बाड़ा खोल दिया है। जिनके लिए 3 चरवाहों की व्यवस्था की गयी है। इस नजीर को अगर हर गांव में अपनाया जाये तो किसानों की फसल बर्बाद होने से बच सकती है तथा आवारा पशु भी भूख से नहीं मरेंगे।
बुंदेलखंड में आवारा पशुओं से किसान बुरी तरह ग्रस्त हैं। खेतों में खड़ी फसलें एक दिन में उजाड़ देते हैं। दमरास के ग्रामीणों ने संयुक्त रूप से प्रधान परशुराम दोहरे के सहयोग से ग्राम सभा की भूमि में तार बाड़ लगाकर रात में पशुओं को ठहरने का इंतजाम किया है। दिन में उनको चराने के लिए 5-5 हजार रुपए प्रतिमाह पर 3 चरवाहे रखे गये हैं जिससे पशुओं की सुरक्षा के साथ-साथ गांव के तीन लोगों को रोजगार मिला है। दमरास गांव में आवारा पशुबाड़ा खोले जाने की पूरे जनपद में नजीर के तौर पर चर्चा हो रही है। चूंकि इस गांव के किसानों की फसलों की बर्बादी अब आवारा पशुओं से नहीं हो रही है। इधर तीन माह से अस्थायी गौसदन चला रहे ग्रामीणों ने जिलाधिकारी से मांग की है कि उक्त स्थान की बाउंड्रीवाल के लिए ग्राम पंचायत का धन दिया जाये तथा पशुओं की छाया के लिए टीनशैड रखवाया जाये। इसी तरह अन्य गांवों में भी पशुबाड़ा खोले जाने चाहिए।