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महिला अपराध पर संवेदनशीलता से करें कार्रवाई : आइजी

उरई, जागरण संवाददाता : कानपुर जोन के पुलिस महानिरीक्षक जकी अहमद ने शनिवार को जिले का दौरा कर पुलिस अ

By Edited By: Published: Sat, 23 Jul 2016 06:05 PM (IST)Updated: Sat, 23 Jul 2016 06:05 PM (IST)

उरई, जागरण संवाददाता : कानपुर जोन के पुलिस महानिरीक्षक जकी अहमद ने शनिवार को जिले का दौरा कर पुलिस अधिकारियों की बैठक ली, उन्होंने निर्देश दिया कि महिलाओं के खिलाफ होने वाले अपराधों पर पुलिस अधिकारी संवेदनशील रुख अपनाते हुए प्रभावी कार्रवाई करें, वरना नये कानून के तहत उन्हें भी मुकदमे का सामना करना पड़ सकता है। जहरखुरानी व टप्पेबाजी जैसे अपराधों को भी हल्के में न लिया जाए, जिले में लूट की कई बड़ी वारदातों का अभी तक खुलासा नहीं हुआ है। इसको लेकर आइजी ने कोतवाल उरई व कोतवाल जालौन से जवाब तलब किया।

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पुलिस महानिरीक्षक जकी अहमद ने बैठक के पहले पुलिस लाइन का निरीक्षण किया, हालांकि निरीक्षण में किसी तरह की गड़बड़ी पुलिस लाइन में देखने को नहीं मिली, निरीक्षण संपन्न होने के बाद उन्होंने पुलिस अधिकारियों के साथ बैठक की, बैठक में डीआइजी शरद सचान, पुलिस अधीक्षक अशोक कुमार त्रिपाठी, अपर पुलिस अधीक्षक शकील अहमद खां के अलावा सभी सर्किल के सीओ, प्रभारी निरीक्षक व थानाध्यक्ष भी मौजूद रहे। हाल के दिनों में जिले में लूट की कई बड़ी वारदातें घटित हुईं हैं, वारदातों का अनावरण नहीं होने को लेकर आइजी ने कोतवाली उरई व कोतवाली जालौन के प्रभारी निरीक्षक से जबाव तलब किया, उन्होंने कहा पेशेवर अपराधियों को सूचीबद्ध करते हुए उनके खिलाफ गैंगस्टर की कार्रवाई अनिवार्य रूप से की जाए, जिससे वे लंबे समय तक जेल में रहें। किसी भी क्षेत्र में लूट, चोरी व राहजनी जैसे अपराध नहीं थमते हैं तो यही माना जाएगा थानाध्यक्ष अपराधियों पर नकेल कसने में पूरी तरह से नाकाम हैं, हालांकि पूरी बैठक में जालौन व उरई कोतवाल ही निशाने पर रहे। महिलाओं के खिलाफ होने वाले अपराधों को गंभीरता से लेते हुए प्रभावी कार्रवाई की जाएगी, छेड़खानी व दुष्कर्म की शिकायत लेकर आने वाली युवती के प्रार्थना पत्र को यदि नजरअंदाज किया जाता है, तो संबंधित थानाध्यक्ष के विरुद्ध भी कार्रवाई की जाएगी।

जहरखुरानी व ट्रक लूट की घटनाएं रोकने को विशेष रणनीति

आइजी जकी अहमद ने प्रेस वार्ता के दौरान कहा कि दिल्ली और अन्य बड़े शहरों से आने वाली बसों में कई बार जहरखुरानी की घटनायें हो जातीं हैं, घटनास्थल के विवाद को लेकर कई बार पीड़ित का मुकदमा तक दर्ज नहीं हो पाता है। उन्होंने जोन के सभी जनपदों के पुलिस अधीक्षकों को निर्देश दिया है कि जहरखुरानी की घटनाओं को हल्के में न लिया जाए, सीमा विवाद में न पड़ते हुए पीड़ित व्यक्ति होश में आने के बाद जहां तहरीर देता है, वहीं मुकदमा दर्ज कर विवेचना शुरू की जाए, यही नजरिया टप्पेबाजी व ट्रक लूट जैसे अपराधों में अपनाया जाए, जिससे कि अपराधियों पर कार्रवाई हो सके। आम लोगों के बीच पुलिस का इकबाल मजबूत करने की जरूरत है, इसलिये पुलिस कर्मियों को सकारात्मक नजरिये से अपने दायित्वों का निर्वहन करना चाहिए।


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