शुद्ध पानी को तरसते ग्रामीण
कालपी, संवाद सहयोगी : मलंगा नाला पर बसे टड़वा गांव के हैंडपंप कीचड़युक्त पानी दे रहे हैं। गांव में लगे
कालपी, संवाद सहयोगी : मलंगा नाला पर बसे टड़वा गांव के हैंडपंप कीचड़युक्त पानी दे रहे हैं। गांव में लगे हैंडपंप खराब होने से पानी की किल्लत के कारण लोग परेशान हैं। सुबह से ही पानी भरने के लिए हैंडपंपों पर लाइन लग जाती है।
क्षेत्र पंचायत महेबा के ग्राम टड़वा में पेयजल के लिए 12 हैंडपंप लगाये गये, जिसमें 4 हैंडपंप तकनीकी खराबी के कारण पानी देना बंद कर गये। जिन्हें ठीक कराने के लिए ग्रामीणों ने जल निगम सहित ब्लाक व जिला स्तर के अधिकारियों से कई बार शिकायत की लेकिन ठीक कराना तो दूर कोई देखने तक नहीं आया। ग्रामीणों ने बताया कि 3 हैंडपंप ऐसी जगह लगाये गये हैं जहां पर थोड़ी बरसात में कीचड़ हो जाता है जहां कीचड़ में खड़े होकर पानी भरना पड़ता है। कीचड़ में हैंडपंप लगे होने के कारण वह भी गंदा पानी देते हैं। जो पानी ग्रामीण पीने के लिए प्रयोग नहीं कर पाते हैं जिससे जहां पर हैंडपंप साफ पानी देते हैं वहां पर पानी भरने के लिए सुबह ही लाइन लग जाती है। एसडीएम जलराजन चौधरी ने कहा कि मामला संज्ञान में आया है। लेखपाल से रिपोर्ट मंगवाकर कार्यवाही की जायेगी तथा पुन: बोर के लिए विभाग को लिखा जायेगा।
ग्रामीणों का दर्द
जंगल में गांव होने के कारण अधिकारी आते नहीं हैं। अगर गांव के 4 हैंडपंप खराब हैं उन्हें रीबोर करा दिया जाता तो पानी का संकट दूर हो जाता। शैलेंद्र
गांव की पेयजल व्यवस्था को ठीक करने के लिए कई बार ब्लाक व कालपी तहसील में शिकायत की लेकिन कोई कार्यवाही नहीं हुई। इंद्रपाल
गांव में हैंडपंप ही पानी का एक मात्र सहारा हैं क्योंकि कुएं तो एक दशक पहले ही सूख चुके हैं। खेतों में लगे निजी नलकूपों के पानी से लोग प्यास बुझा रहे हैं। जयकरन ¨सह
लोगों ने पानी की समस्या दूर कराने के लिए जिलाधिकारी सहित तहसील दिवस में कई बार शिकायत की लेकिन पेयजल की समस्या का आज तक निदान नहीं हो सका। मुंशी