सीएम के आदेश को नहीं मानता महकमा
उरई, जागरण संवाददाता : मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने जिला मुख्यालय पर बिजली की रात्रि कटौती न करने के आ
उरई, जागरण संवाददाता : मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने जिला मुख्यालय पर बिजली की रात्रि कटौती न करने के आदेश दिए थे। इसके बाद भी जिले में शनिवार से जारी नए शेड्यूल में भी रात्रि में तीन घंटे बिजली कटौती का आदेश है। इससे स्थानीय
लोगों में भी बिजली विभाग के खिलाफ रोष व्याप्त है। लोगों का कहना है कि रात में बिजली न आने से नींद पूरी नहीं हो पाती है। इस कारण स्वास्थ्य पर भी कुप्रभाव पड़ रहा है।
विदित हो कि जिले में अभी तक दोपहर में 11 बजे से 3 बजे तक और रात में 12 बजे से 04 बजे तक बिजली कटौती हो रही थी। इसके बाद जिले में 21 अप्रैल को आयोजित विद्युत नियामक आयोग की बैठक में रात में बिजली कटौती का मामला गूंजा था। जिस पर नियामक आयोग के अध्यक्ष देश दीपक वर्मा ने लोगों को रात की कटौती बंद करने का आश्वासन दिया था। इसके साथ ही दो दिन पहले मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने बिजली विभाग की समीक्षा में जिला मुख्यालयों पर रात में कटौती न करने के आदेश दिए थे। इस आदेश के बाद भी जिला मुख्यालय पर रात में तीन घंटों की कटौती का आदेश लागू किया गया है। इससे लोगों में जबरदस्त रोष है।
यह है नया कटौती का रोस्टर सुबह 8 बजे से 11 बजे तक
शाम 5 बजे से 8 बजे तक
रात 1 बजे से 4 बजे तक
क्या कहते हैं जिलाध्यक्ष
बिजली कटौती के नए शेड्यूल के बारे में अधीक्षण अभियंता से बात की गई है। रात की कटौती को बंद कराने के लिए पार्टी के प्रदेश संगठन को अवगत कराया जाएगा और हर हाल में रात की कटौती बंद कराई जाएगी।
सुरेन्द्र यादव, जिलाध्यक्ष सपाबिजली विभाग ने रात कटौती का अपना शेड्यूल वापस न लिया तो पार्टी अब आंदोलन करेगी, क्योंकि रात कटौती से पूरा जनजीवन प्रभावित हो रही है।
जगदीश तिवारी, जिलाध्यक्ष भाजपा
रात हो या दिन, बिजली समस्या से तो पूरा जिला परेशान है। सपा सरकार की गलत नीतियों की वजह से ही आम आदमी और किसान परेशान है।
मान ¨सह पाल, जिलाध्यक्ष बसपा
रात कटौती बंद कराने के लिए जल्द ही पार्टी आगे की रणनीति तैयार कर सड़क पर उतरेगी और रात कटौती बंद कराने के लिए संघर्ष करेगी।
चौ. श्याम सुंदर, जिलाध्यक्ष, कांग्रेस