बंद रहता सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र का रैन बसेरा
कोंच, संवाद सहयोगी : सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में बना रैन बसेरा हर समय बंद रहता है। जिसमें मरीज तथ
कोंच, संवाद सहयोगी : सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में बना रैन बसेरा हर समय बंद रहता है। जिसमें मरीज तथा उनके तीमारदार परेशान होकर यहां-वहां भटकते रहते हैं।
सीएचसी परिसर में बना रैन बसेरा लंबे समय से बंद पड़ा है। अस्पताल में बढ़ती भीड़ के बाद भी रैन बसेरा को खोला नहीं जाता। जिस कारण अस्पताल में कोई मरीज या तीमारदार रात नहीं गुजार पा रहा है। अस्पताल में लगने वाले प्रत्येक सप्ताह नसबंदी शिविर के दौरान भी अस्पताल प्रशासन रैन बसेरा को नहीं खोलता। मरीज तथा उनके तीमारदार रैन बसेरा के दरवाजे पर ही बैठकर समय गुजार देते हैं। अस्पताल के चिकित्साधीक्षक डा. आरके शुक्ला कहते हैं कि रैन बसेरा मरीजों तथा उनके तीमारदारों के रुकने के लिए ही बनाया गया है। अगर कोई मरीज रुकने के लिए कहता है तो उसे खोल दिया जाता है। एक चपरासी बराबर रैन बसेरा में रहता है।
रैन बसेरा तो है पर सुविधाएं नदारद
उरई : सर्दी ने दस्तक देनी शुरू कर दी है, लेकिन अभी जिले में रैन बसेरा दुरुस्त करने की कवायद शुरू नहीं की गई है। हालात यह है कि जिले के अधिकांश रैन बसेरा बदहाल है। इससे ठंड में जरूरतमंदों को सरकारी छत मुहैया हो पाना संभव अभी हाल फिलहाल नहीं दिख रहा है।
उरई नगर में बजरिया, जिला अस्पताल, महिला अस्पताल, कालपी में तहसील परिसर समेत कई स्थानों पर रैन बसेरा स्थाई तौर पर बने हैं, लेकिन इनमें सुविधाएं न के बराबर है। वहीं सर्दी को देखते हुए अभी तक अस्थाई रैन बसेरा की कोई भी कवायद जिला प्रशासन की ओर से शुरू नहीं की गई है। जिला प्रशासन अभी सिर्फ कंबलों की खरीद की तैयारी कर रहा है। एडीएम आनन्द कुमार का कहना है कि अभी सर्दी की शुरूआत हुई है। जल्द ही रैन बसेरा की व्यवस्थाएं दुरुस्त की जाएगी। साथ ही अस्थाई रैन बसेरा के लिए स्थानों का चयन कर काम किया जाएगा।
.