माता-पिता को सौंपी गईं बहनें
उरई, जागरण संवाददाता : मुहल्ला रामनगर निवासी सगी बहनों के अपहरण के मामले में इंजीनियर पर कानूनी श
उरई, जागरण संवाददाता :
मुहल्ला रामनगर निवासी सगी बहनों के अपहरण के मामले में इंजीनियर पर कानूनी शिकंजा कसता जा रहा है। दोनों बहनों के अपहरण के बाद 5 अक्टूबर को नून नदीं में दो लड़कियों के शव मिले थे। जिनकी शिनाख्त इन बहनों के रूप में किए जाने से पुलिस के खिलाफ जमकर आक्रोश भड़क गया था। बाद में कोतवाल से लेकर एसपी तक को निलंबित कर दिया गया, परंतु 8 अक्टूबर को दोनों लड़कियां बहनों के जिंदा मिलने के बाद पूरे मामले ने सनसनीखेज मोड़ ले लिया था। उनके अपहरण के आरोपी गौरव चतुर्वेदी और उसके दोस्त अतुल को पुलिस गिरफ्तार कर जेल भेज चुकी है।
दोनों बहनों के बरामद होने के बाद अगले दिन कोतवाली पुलिस ने 164 के बयान के लिए सीजेएम विवेकानंद शरण त्रिपाठी के यहां पेश किया था, लेकिन सीजेएम ने 22 अक्टूबर की तारीख बयान के लिए मुकर्रर कर दी थी। इसके बाद दोनों नारी निकेतन कानपुर भेज दिया गया था। बुधवार को दोनों को पुलिस ने फिर से बयान के लिए पेश किया, लेकिन सीजेएम ने अब बयान के लिए 18 नवंबर कर दी है। इसके बाद लड़कियां किसकी सुपुर्दगी में रहेंगी, इसको लेकर पुलिस ने एडीजे-2 के न्यायाधीश राम अचल यादव को अर्जी थी। एडीजे ने दोनों लड़कियों को उनके माता-पिता के संरक्षण में देने का आदेश दिया।