पुलिस सक्रिय होती तो न हो पाता बेमेल निकाह
उरई, जागरण संवाददाता : एट में बेटी की उम्र की लड़की से मौलाना ने न सिर्फ निकाह कर लिया, बल्कि उसका धर्म परिवर्तन तक करा लिया। मौलाना के कृत्य को लेकर शरीयत से जुड़े लोग भी धिक्कार रहे थे, लेकिन अपने किए पर मौलाना को जैसे कोई अफसोस नहीं था। इस सबके लिए उसने लड़की को जिम्मेदार बता डाला।
मौलाना रहीश अहमद की उम्र चालीस साल से ऊपर है, जबकि जिस लड़की को प्यार के सब्जबाग दिखाकर वह अपहृत कर ले गया, उसकी उम्र 19 साल के आसपास है। इतना ही नहीं दोनों पैर से मौलाना विकलांग है, ऐसे में कोई लड़की उससे मुहब्बत कर धर्म परिवर्तन कर निकाह करने के लिए राजी हो सकती है। यह बात किसी के गले नहीं उतर रही है, लोगों का मानना है कि कहीं न कहीं से लड़की को दबाव में लिया गया है। जबरन धर्म परिर्वतन की बात साबित होने पर पुलिस की गर्दन फंस सकती है। इसी वजह से मौलाना के प्रति एट पुलिस का रवैया सख्त नहीं दिख रहा है। युवती के पिता ने कहा कि जिस दिन उसकी बेटी लापता हुई थी तभी उसने थाने में तहरीर दे दी थी, लेकिन पुलिस ने कार्रवाई में संजीदगी नहीं दिखायी। चार दिन बाद मुकदमा लिखा गया। तब तक आरोपी उसके बेटी का धर्म परिवर्तन कराकर उसके साथ निकाह करने में कामयाब हो गया। अब उसकी बेटी पर दबाव बनाकर आरोपी को बचाने के लिए उसके पक्ष में बयान दिलाने की कोशिश की जा रही है।