मांगों को लेकर माध्यमिक शिक्षकों ने दिया धरना
उरई, जागरण संवाददाता : विभिन्न मांगों को लेकर उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षक संघ की जिला इकाई द्वारा शनिवार को जिला विद्यालय निरीक्षक कार्यालय परिसर में धरना दिया गया। बाद में डीआईओएस के माध्यम से मुख्यमंत्री को मांगों की पूर्ति करने के लिए 27 सूत्रीय ज्ञापन भेजा गया।
इस मौके पर जिलाध्यक्ष प्रताप सिंह ने कहा कि शिक्षक विभिन्न समस्याओं से जूझ रहे हैं परंतु इसके बावजूद उनकी समस्याओं का हल नहीं हो रहा है। जिससे वह परेशान हैं। सरकार को समस्याओं का निराकरण जल्द करना चाहिए ताकि वह पूरे मनोयोग से शिक्षण कर सकें। उन्होंने कहा कि तदर्थ शिक्षकों का विनियमितीकरण नहीं किया गया है। 1 अप्रैल 2005 के बाद नियुक्त शिक्षक जीपीएफ की कटौती और पेंशन से वंचित हैं। सीटी संवर्ग के शिक्षकों को एलटी संवर्ग में संविलीन होने के पश्चात चयन वेतनमान का लाभ दिए जाने हेतु सीटी सेवाओं के आगणन संबंधी शासनादेश निर्गत नहीं हुआ है। स्नातकोत्तर उपाधि के अभाव में प्रोन्नत वेतनमान से शिक्षक लगातार वंचित हैं और सेवानिवृत्त होते जा रहे हैं।
प्रदेशीय कार्यकारिणी सदस्य अजीत सक्सेना ने कहा कि सभी मान्यता प्राप्त विद्यालयों को अनुदान सूची में शामिल किया जाए। वित्तविहीन शिक्षकों के लिए घोषित मानदेय का भुगतान किया जाए। पूरे प्रदेश के शिक्षक नि:शुल्क चिकित्सा सुविधा से पूर्णतया वंचित हैं। इस मौके पर प्रदेशीय मंत्री डा. राकेश निरंजन, जिला मंत्री ठाकुर लाल सिंह, योगेश द्विवेदी, रामकिशोर द्विवेदी, कांतीशरण, रामजी गुर्जर, डा. आनंद गुप्त, क्रमांक शुक्ला, केके पांडेय, केके त्रिपाठी और रविशंकर अग्रवाल मौजूद रहे।