कर्ज में डूबा किसान फांसी पर लटका
महेबा, संवाद सूत्र : आर्थिक तंगी से जूझ रहे किसान ने फसल कमजोर होने पर खेत में ही एक पेड़ में फांसी का फंदा डालकर जान दे दी। बरसात से बर्बाद हुई फसल की राहत चेक की वह बाट जोहता रहा, पर वह भी नहीं मिल सकी। किसान पर इलाहाबाद बैंक का 30 रुपये कर्ज भी था।
कालपी कोतवाली क्षेत्र के ग्राम सरसेला में शिवनाथ सिंह का 50 वर्षीय पुत्र रामपाल बुधवार को खेतों पर कटाई करने गया था। उसकी पत्नी रिश्तेदारी में गई थी। रामपाल जब रात में घर नहीं पहुंचा तो उसके पुत्र राहुल ने खोजबीन की लेकिन रात में कहीं पता नहीं चला। परिजनों ने बताया कि गुरुवार की सुबह 8 बजे बरेदियों ने रामपाल का शव पेड़ से लटका देखा। जिसकी सूचना परिजनों को दी गई। पुत्र ने बताया कि रामपाल आये दिन 20 बीघा की फसल खराब होने की चर्चा करके बेहद दुखी रहते थे। बरसात से खराब हुई फसल की राहत चेक भी उसे नहीं मिली थी जबकि उसरगांव मौजे के अन्य किसानों को राहत चेकें वितरित की जा चुकी हैं। किसान पर इलाहाबाद बैंक मंडी शाखा कालपी का कर्ज भी था जिसे अदा करने की भी चिंता खाये जा रही थी। परिवार के मुखिया की मौत हो जाने से रो-रोकर पत्नी की हालत बदहवास हो गई है। परिजनों की सहमति से शव का दाह संस्कार कर दिया गया। किसान की अकाल मौत पर विधायक प्रतिनिधि सुरेंद्र सिंह, पूर्व विधायक छोटे सिंह दुखी परिवार को सांत्वना देने पहुंचे तथा परिजनों को अहेतुक सहायता दिलाने का आश्वासन दिया।