एडीएम दफ्तर पर महिलाओं का हंगामा
संवाद सहयोगी, हाथरस : पंजाब नेशनल बैंक से ऋण लिए जाने के मामले में बैंक की अर्जी पर अपर जिलाधिकार
संवाद सहयोगी, हाथरस : पंजाब नेशनल बैंक से ऋण लिए जाने के मामले में बैंक की अर्जी पर अपर जिलाधिकारी द्वारा संपत्ति को अधिगृहीत किए जाने के आदेश दिए जाने के बाद गुरुवार को एडीएम कार्यालय पर हंगामा हो गया। बाद में ऋण वसूली न्यायाधिकरण में मामला विचाराधीन होने तथा बैंक की धनराशि जमा किए जाने के साक्ष्य दिखाए जाने पर सहानुभूति पूर्वक विचार का आश्वासन दिया गया।
पंजाब नेशनल बैंक सर्किल आगरा की ओर से अपर जिलाधिकारी के न्यायालय में दिए गए प्रार्थना पत्र में कहा गया था कि हाथरस की नंदन मेटल ट्रेडर्स व उसके साझीदारों नंद प्रकाश वाष्र्णेय व विनय वाष्र्णेय के नाम 30 सितंबर 2013 तक 26,29,509 की देयता व अन्य खर्च बकाया है। बैंक के पास लोन राशि की एवज में दुकान नंबर 36 जो नंदप्रकाश के नाम है, बंधक रखी हुई है। अब बैंक ने बंधक सम्पत्ति पर कब्जा दिलाए जाने की मांग की है। इस मामले में निर्धारित अवधि दो माह समाप्त होने के बाद धारा 14 वित्तीय शक्तियों का प्रतिभूतिकरण व प्रतिभूति हित प्रवर्तन अधिनियम 2002 में प्रदत्त शक्तियों का प्रयोग करते हुए एसडीएम सदर व कोतवाली प्रभारी निरीक्षक से सम्पत्ति अधिगृहीत कर भौतिक व वास्तविक कब्जा पंजाब नेशनल बैंक को दिलाने के आदेश दिए गए हैं। एडीएम कोर्ट के आदेश के बाद तमाम लोग अपर जिलाधिकारी कार्यालय पर पहुंच गए और गलत निर्णय दिए जाने का आरोप लगाते हुए हंगामा काटा। इनका कहना था कि जब मामला डीआरटी लखनऊ में विचाराधीन है तथा उनके स्तर से बैंक में 31.20 लाख रुपये जमा भी करा दिए गए हैं, जिसकी रसीद भी उन्हें उपलब्ध कराई गई थी तो आदेश दिए जाने का कोई औचित्य नहीं है। इससे तो वह जमीन पर आ जाएंगे। उन्होंने फिर से सभी कागजात उपलब्ध कराते हुए निर्णय को स्थगित किए जाने की मांग की।