बैंकों में तालाबंदी, जमकर नारेबाजी
जागरण संवाददाता, हाथरस : जिले भर में कैश की किल्लत कानून व्यवस्था पर भारी पड़ रही है। जिले में अब
जागरण संवाददाता, हाथरस : जिले भर में कैश की किल्लत कानून व्यवस्था पर भारी पड़ रही है। जिले में अब तब 290 करोड़ रुपये बांटे जा चुके हैं, फिर भी मारामारी है। बैंकों से कैश न मिलने पर अब ग्रामीण उग्र होने लगे हैं। गुरुवार को बिसावर व चंदपा में लोगों ने कैश देने से मना करने पर बैंकों पर ताला ठोक दिया। बाहर खड़े होकर नारेबाजी करने लगे और कैश दिलाने की मांग की। सूचना पर कोतवाली पुलिस आ गई। लोगों को समझाकर शांत कराया और ताले खुलवाकर बैंक का कामकाज सुचारु कराया। सिकंदराराऊ में लाइन में लगने को लेकर मारपीट हो गई।
शहर से लेकर देहात तक जिले भर में 143 बैंक शाखाएं हैं। गुरुवार को भी सुबह से ही बैंकों पर लोग कैश के लिए खड़े थे। जिले में हर जगह कैशलेस व्यवस्था न होने से लोगों को नकदी की जरूरत है, लेकिन बैंकों से धन नहीं मिल पा रहा है। यही समस्या आक्रोश का कारण बन रही है। सुबह के सात बजे से ही तमाम लोग बैंकों पर लाइन लगाकर प्रतीक्षारत रहते हैं ताकि बैंक खुलते ही उनका नंबर आ जाए, लेकिन जैसे ही बैंक खुलती है तो जानकारी होती है कि कैश ही नहीं है। या फिर कैश न होने का बोर्ड लटका दिया जाता है। लोगों का कहना है कि उनकी समस्या पर कोई ध्यान नहीं दिया जा रहा है।
मीतई स्थित अलीगढ़ ग्रामीण बैंक आफ आर्यावर्त में कैश न होने से गुस्साए लोगों ने बाहर से ताला जड़ दिया। प्रदर्शन कर कैश की मांग की। सूचना पर कोतवाली चंदपा पुलिस आ गई और लोगों को समझाते हुए ताला खुलवाया।
सादाबाद : गुरुवार को बिसावर के ग्राहकों में जबरदस्त गुस्सा था। यहां स्थित एसबीआइ शाखा पर गुस्साए ग्राहकों ने तालाबंदी कर विरोध प्रदर्शन किया। प्रबंधक के खिलाफ नारेबाजी की। सादाबाद में सभी एटीएम बंद होने से दिनभर लोग पैसों के लिए भटकते रहे। देहात के ज्यादातर बैंक मैनेजर सामान्य ग्राहकों को दरकिनार कर करीबियों को नई करेंसी उपलब्ध कराकर नो कैश का बोर्ड लगा देते हैं। बिसावर की एसबीआइ शाखा में भी कई दिन से यह चल रहा है। गुरुवार को लोगों का धैर्य जवाब दे गया। लोगों ने मिलकर प्रबंधक के खिलाफ न केवल मोर्चा खोला, बल्कि शाखा पर तालाबंदी कर दी। विरोध प्रदर्शन किया। प्रबंधक को यहां से हटाने की मांग की। हंगामे की सूचना पर चौकी पुलिस पहुंची। पुलिस ने लोगों को समझा बुझाकर शांत कराया। लोगों का कहना था कि बीस दिन से बैंक में सिर्फ दो हजार रुपये बांटे जा रहे हैं। एक घण्टे ही पैसे दिये जाते हैं। उसके बाद नो कैश का बोर्ड लगा दिया जाता है। पुलिस ने प्रबंधक से बात कर स्थिति सुधारने के लिएकहा।
सिकन्दराराऊ : कस्बा स्थित एसबीआइ की शाखा पर सुबह साढ़े छह बजे से ही लाइन लगनी शुरू हो गई थी। यहां पर लाइन में लगने को लेकर मारपीट और धक्का मुक्की हो गई। इसमें सुखवीर पुत्र रामवीर ¨सह निवासी ¨सधौली गिर गया और उसकी हड्डी टूट गई। बाद में पुलिस ने आकर व्यवस्था संभाली। पुरिदलनगर में भी बैंकों पर रुपये नहीं मिल रहे हैं जो लोगों के आक्रोश का कारण बन रहा है। लोगों का कहना है कि कैश उन्हें दिलाया जाए, ताकि दिक्कतें उनके सामने न आ सके।
सहपऊ : पीएनबी शाखा जलेसर रोड पर ग्राहकों की लम्बी लाइनों में एक लड़की अर्चना पुत्री कालीचरन निवासी नगला दयाराम थाना जलेसर प्रात: ही 8 बजे भूखी-प्यासी लाइन में लगी थी। अधिक भीड़ के चलते अचानक बेहोश होकर गिर गई। उसे अन्य लोग प्राइवेट चिकित्सक के यहां ले गए। वहां हालत नाजुक होने पर उसे आगरा के लिए रेफर कर दिया गया। कस्बे में 4 बैंकों में केवल एक मात्र भारतीय स्टेट बैंक की शाखा पर ही कैश बंटा।
मुरसान : एसबीआइ की शाखा पर दोपहर को कैश समाप्त हो जाने के कारण यहां पर भी लोगों को दिक्कतों का सामना करना पड़ा। जो लोग सुबह से लाइन में खड़े थे उन्हें जब इस बात की जानकारी हुई तो वे निराश होकर वहीं बैठ गए और धन का इंतजार करने लगे। बाद में पुलिस ने यहां पर आकर लोगों को समझाया, तब यहां से हटे।