कैश की मनाही पर चढ़ा पब्लिक का पारा
संवाद सूत्र, हाथरस : सहपऊ में सुबह से ही घने कोहरे के दौरान लाइन में लगे ग्रामीणों को जब बैंक में कै
संवाद सूत्र, हाथरस : सहपऊ में सुबह से ही घने कोहरे के दौरान लाइन में लगे ग्रामीणों को जब बैंक में कैश न होने की जानकारी हुई तो उनका पारा सातवें आसमान पर चढ़ गया। उन्होंने बैंक खुलते ही जमकर हंगामा किया और मैनेजर को घेरकर समस्या के तत्काल निदान की मांग की। मैनेजर ने लोगों को समझाया कि कैश आते ही वितरण करा दिया जाएगा, तब लोगों का गुस्सा शांत हुआ।
गुरुवार की सुबह से ही लोग लाइन में खड़े थे। ठिठुरन में भी उन्हें कैश की ¨चता थी। ¨सडीकेट बैंक पर भी ग्रामीणों की लाइन लगी थी। सुबह दस बजे जैसे ही बैंक खुली तो लोगों को जानकारी हुई कि आज भी कैश नहीं है। सिर्फ रुपये जमा किए जा रहे हैं। यह बात सुनते ही ग्रामीणों में आक्रोश बढ़ गया। उन्होंने नारेबाजी करनी शुरू कर दी। इधर, बैंक मैनेजर संदीप ¨सह जैसे ही आए, ग्रामीणों ने उनको घेर लिया और कहा कि वह दो दिन से लगातार लाइन में लग कर वापस जा रहे हैं। आज कैश लेकर ही जाएंगे। ग्रामीणों का गुस्सा देख बैंक कर्मियों को पसीने छूटने लगे। बैंक मैनेजर संदीप ¨सह ने उन्हें समझाया कि कैश ऊपर से ही नहीं मिल पा रहा है। जो आठ लाख रुपये कैश मिला था वह समाप्त हो चुका है। उन्होंने लोगों को अपना नंबर भी दिया और कहा कि उनसे वार्ता करके ही घर से आएं तो यह दिक्कत नहीं होगी। कैश की डिमांड की जा चुकी है। जैसे ही कैश आ जाएगा, लोगों को भुगतान किया जाएगा। आश्वासन पर ही लोगों को आक्रोश शांत हो सका। बाद में धन जमा करने का दौर चला।