होमगार्डो में भी जागी पुलिस के बराबर वेतन मिलने की आशा
संवाद सहयोगी, हाथरस : पुलिस के बराबर वेतन दिए जाने के आदेश पर सरकार की आपत्ति को हाइकोर्ट द्वारा
संवाद सहयोगी, हाथरस : पुलिस के बराबर वेतन दिए जाने के आदेश पर सरकार की आपत्ति को हाइकोर्ट द्वारा खारिज किए जाने पर होमगार्डस में खुशी की लहर है। मंगलवार को सुनवाई पर सभी की नजर लगी थी। आपत्ति खारिज होते ही एक-दूसरे को बधाई दी गई।
जिले में लगभग दो सौ होमगार्ड पुलिस महकमे में कार्यरत हैं, जो कि एक सिपाही की तरह ही काम कर रहे हैं। पुलिस फोर्स की कमी के कारण इन से थानों में पहरा से लेकर मुल्जिमों को ले जाने, जीप चलाने व गश्त आदि का काम लिया जा रहा है। ये काम होमगार्ड पिछले एक दशक से कर रहे हैं, लेकिन भत्ता अभी तक ऊंट के मुंह में जीरा समान है। साथ ही नियुक्ति भी नियमित नहीं है। यही नहीं प्रदेश सरकार की महत्वाकांक्षी परियोजना यूपी-100 में भी होमगार्डस से काम लिया जा रहा है। सिपाहियों की कमी के चलते 35 होमगार्ड यूपी-100 के तहत मिले वाहनों को चलाने के लिए लगाए गए हैं। इन्हें अलीगढ़ में ट्रे¨नग दी गई थी। होमगार्डस एसोसिएशन की यही मांग चली आ रही है कि जब काम पुलिस की तरह मिले। विभिन्न मांगों को लेकर होमगार्डस ने इलाहाबाद हाईकोर्ट में याचिका डाली थी, जिस पर अगस्त 2016 में कोर्ट ने होमगार्डस के पक्ष में निर्णय दिया था।
नियमित वेतन व नियुक्ति की मांग को निरस्त करते हुए कोर्ट ने एक सिपाही के न्यूनतम वेतन के बराबर भत्ता दिए जाने के निर्देश दिए थे।