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दुर्घटनाग्रस्त होने से बची विक्रमशिला और महानंदा

संवाद सहयोगी, हाथरस : उत्तर मध्य रेलवे ट्रैक के हाथरस जंक्शन रेलवे स्टेशन पर बुधवार को तड़के महानं

By Edited By: Published: Thu, 08 Dec 2016 12:35 AM (IST)Updated: Thu, 08 Dec 2016 12:35 AM (IST)
दुर्घटनाग्रस्त होने से बची  विक्रमशिला और महानंदा

संवाद सहयोगी, हाथरस : उत्तर मध्य रेलवे ट्रैक के हाथरस जंक्शन रेलवे स्टेशन पर बुधवार को तड़के महानंदा व विक्रमशिला एक्सप्रेस टकराने से बच गई। स्टेशन मास्टर की सजगता से हादसा टल गया। महानंदा प्लेटफार्म नंबर दो पर खड़ी थी, जबकि पीछे से आ रही विक्रमशिला एक्सप्रेस के चालक ने होम सिग्नल को अनदेखा कर दिया। मौके पर पहुंचे अधिकारियों ने ट्रेन के चालक को वहीं उतार लिया। इधर, स्टेशन मास्टर को नकद राशि से पुरस्कृत किया गया।

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कोहरे के कारण लंबी दूरी की सभी ट्रेनें दस से पंद्रह घंटे की देरी से चल रही हैं। उत्तर मध्य रेलवे ट्रैक पर रेल यातायात अधिक प्रभावित है। इस प्रभावित यातायात के कारण हाथरस जंक्शन रेलवे स्टेशन पर जबरदस्त हादसा हो सकता था।

कानपुर-दिल्ली अप ट्रैक पर महानंदा एक्सप्रेस शाम 6.27 बजे हाथरस जंक्शन स्टेशन पहुंचती है, लेकिन दस घंटे की देरी से चल रही थी। इसलिए अलीपुरद्वार जंक्शन से दिल्ली जाने वाली यह ट्रेन बुधवार तड़के 4.20 बजे हाथरस जंक्शन पर पहुंची। ठहराव होने के कारण ट्रेन को प्लेटफार्म नंबर दो पर रोका गया था। इधर, पीछे से विक्रमशिला एक्सप्रेस (12367) आ रही थी। यह ट्रेन भागलपुर से आनंदविहार टर्मिनल के लिए चलती है। कानपुर सेंट्रल पर रुकने के बाद यह ट्रेन सीधे आनंद विहार टर्मिनल पर रुकती है। कोहरे के कारण यह ट्रेन एक दिन की देरी से चल रही थी। प्लेटफार्म नंबर दो पर महानंदा एक्सप्रेस होने के कारण होम सिग्नल रेड था। विक्रमशिला एक्सप्रेस के चालक ने सिग्नल पर ध्यान नहीं दिया तथा रफ्तार बरकरार रखी। बताते हैं कि ट्रेन की रफ्तार 90 किलोमीटर प्रति घंटा थी। ट्रेन ने सिग्नल ओवरशूट यानी तोड़ दिया तथा महानंदा की तरफ बढ़ने लगी।

अपने कक्ष में बैठे स्टेशन मास्टर जगदीश ¨सह यादव को लोकल कंट्रोल पैनल (एलसीपी) के जरिए इसकी जानकारी हुई। उन्होंने ट्रेन को रोकने के लिए तत्काल ओवर हेड इलेक्ट्रिसिटी (ओएचई) लाइन काट दी, जिससे ट्रेन रुकने लगी। इसके बाद कैंची प्लेटफार्म तीन की तरफ कर दी। विक्रमशिला तेज गति के कारण ओएचई कटने के बावजूद स्टेशन तक पहुंच गई। कैंची से ट्रेन प्लेटफार्म तीन पर आ गई। हादसा टलने पर स्टेशन मास्टर की जान में जान आई। थोड़ी देर बाद महानंदा को रवाना कर दिया गया। स्टेशन मास्टर ने स्टेशन अधीक्षक को घटना की जानकारी दी। इसके बाद उच्च अधिकारियों को बताया गया। अलीगढ़ डीसीएम के अलावा टूंडला से भी अधिकारी हाथरस जंक्शन पर पहुंच गए तथा घटना की जानकारी ली।

अधिकारियों ने विक्रमशिला एक्सप्रेस के चालक एसके श्रीवास्तव को नीचे उतार लिया तथा उनका चिकित्सीय परीक्षण कराया गया। दूसरे चालक को ट्रेन पर भेजा गया। ट्रेन को पॉयलट कराकर प्लेटफार्म नंबर दो पर लाया गया। सुबह 7.30 बजे ट्रेन मेन लाइन पर लाई जा सकी। इसके बाद 9.20 पर उसे रवाना किया गया। इस घटना के कारण विक्रमशिला पांच घंटा और लेट हुई। इससे अन्य ट्रेनों का संचालन भी प्रभावित रहा।

स्टेशन मास्टर को मिली शाबासी

हाथरस : पूरे प्रकरण की जानकारी पर डीआरएम इलाहाबाद की ओर से स्टेशन मास्टर जगदीश ¨सह को दो हजार रुपये का इनाम देने की घोषणा की गई। अन्य अधिकारियों ने भी एसएम की पीठ थपथपाई।

इनका कहना है

स्टेशन मास्टर ने सुबह घटना की जानकारी दी। इसलिए तत्काल मौके पर पहुंचा। ट्रेन यदि प्लेटफार्म दो पर आ जाती तो बड़ा हादसा हो सकता था। विक्रमशिला एक्सप्रेस के चालक पर कार्रवाई की जानकारी नहीं मिली है। स्टेशन मास्टर की सजगता के कारण हादसा टला।

आरके शर्मा, स्टेशन अधीक्षक हाथरस जंक्शन।


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