पेट के कीड़े मारने की दवा से 15 बच्चों की हालत बिगड़ी
जागरण संवाददाता, हाथरस : सादाबाद के गांव नगला पचौरी स्थित सरनाम ¨सह जूनियर हाईस्कूल में ग
जागरण संवाददाता, हाथरस : सादाबाद के गांव नगला पचौरी स्थित सरनाम ¨सह जूनियर हाईस्कूल में गुरुवार सुबह करीब साढ़े दस बजे एल्बेंडाजोल (पेट के कीड़े मारने की दवा) की गोली खाने से एक के बाद एक 15 बच्चों की हालत बिगड़ गई। सभी को चक्कर आने के साथ जी मिचलाने की शिकायत हुई। करीब 11.30 बजे 108 एम्बुलेंस से उन्हें सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र सादाबाद लाकर भर्ती कराया गया। यहां डॉ. अमित कुमार की देखरेख में बच्चों का इलाज हुआ। बाद में इनको केला खिलाए गए। डेढ़ घंटे बाद करीब एक बजे बच्चों के पूरी तरह से स्वस्थ होने पर एंबुलेंस के जरिए ही उन्हें घर तक पहुंचाया गया।
बच्चों की हालत बिगड़ने की सूचना पर स्वास्थ्य महकमें में हड़कंप मच गया। आनन-फानन में सीएमओ डॉ. रामवीर ¨सह, जिला प्रतिरक्षण अधिकारी डॉ. विजेंद्र ¨सह, तहसीलदार सादाबाद पंकज वर्मा व खंड शिक्षा अधिकारी जितेंद्र ¨सह भी अस्पताल पहुंच गए। उन्होंने बच्चों का हाल जाना और उनके स्वस्थ होने तक वहीं जमे रहे।
शेष बच्चों को खिलानी दी दवा
बता दें कि स्वास्थ्य एवं परिवार विभाग द्वारा दस अगस्त को राष्ट्रीय कृमि मुक्ति दिवस मनाया गया। इस दौरान जिले के सभी स्कूलों में बच्चों को एल्बेंडाजोल की गोली खिलाई गई थी। ऐसे में जो बच्चे रह गए थे, उन्हें गोली खिलाने के लिए आज का दिन नियत था।
गोली न चबाना रही वजह
बच्चों को तरीके से गोली खिलाने के लिए शिक्षक-शिक्षिकाओं व आंगनबाड़ी वकर्स को प्रशिक्षण दिया गया है। इसके तहत बच्चों को गोली चबाकर खानी होती है और साथ में पानी पिलवाया जाता है। डॉक्टरों के मुताबिक, गुरुवार को जब स्कूल में बच्चों को गोली खिलाई गई तो पूरी तरह न चबाने व पानी न पीने की वजह से एक के बाद 15 छात्र-छात्राओं ने चक्कर आने और घबराहट की शिकायत की।
ये बच्चे हुए बीमार
दीपक पुत्र ¨सहवीर, रेखा पुत्री चरण ¨सह,काजल पुत्री भगत ¨सह, चेतन पुत्र संजीव निवासीगण नगला सकत, छवि पुत्री संजय नगला बबूल, लक्ष्मी पुत्री दानवीर नगला हीरा, लक्ष्मी पुत्री चंद्रभान नगला रददू, शिवकुमार पुत्र कमल कुमार दगसह, शिखा पुत्री जयवीर, ¨प्रस पुत्र हरिओम, अंजलि पुत्री नीरज, बानी पुत्री अनिल, निशा पुत्री रंजीत, ऋषि पुत्र हरेंद्र, ज्योति पुत्री ¨सहवीर निवासीगण नगला पचौरी
इनका कहना है..
इस गोली को चबाकर खाने के साथ ऊपर से पानी पीया जाता है। प्रथम दृष्टया प्रतीत होता है कि किसी बच्चे ने सीधे गोली गटक ली। एक बच्चे ने जी मिचलाने की बात कही तो एक-एक कर 15 बच्चों ने यही लक्षण बताए। ये साइक्लॉजी का असर भी है। सभी बच्चे स्वस्थ हैं। उन्हें घर भिजवा दिया गया है।
डॉ. रामवीर ¨सह, सीएमओ
एल्बेंडाजोल की गोली बच्चों के पेट के कीड़ों को नष्ट करने के लिए खिलाई जाती है। इसका कोई साइड इफेक्ट नहीं है। गोली चबाकर ही खिलाई जाती है। जिन बच्चों को अस्पताल लाया गया, उनका परीक्षण मैंने स्वयं भी कर लिया है। सभी पूरी तरह से स्वस्थ हैं।
डॉ. विजेंद्र ¨सह, जिला प्रतिरक्षण अधिकारी