नहीं चल पाए चीनी आटो पार्ट्स
जागरण संवाददाता, हाथरस : देसी कंपनियों के आगे चीन निर्मित आटो पार्ट्स बाजार में नहीं चल पाए। ऐसे
जागरण संवाददाता, हाथरस : देसी कंपनियों के आगे चीन निर्मित आटो पार्ट्स बाजार में नहीं चल पाए। ऐसे में कोलकाता की एक कंपनी को भी काफी नुकसान हुआ है। यह पार्ट्स वाहनों को भी नुकसान पहुंचाते थे और टिकाऊ भी नहीं थे। यही कारण है कि अब दुकानदारों ने भी इसे मंगाना बंद कर दिया है।
चीन निर्मित आटो पार्ट्स की एक साथ बाजार में भरमार हो गई थी। ये पार्ट्स सस्ते थे। एक समय इनकी खूब डिमांड हुई लेकिन अब हिन्दुस्तानी बाजार के आगे यह चीनी आइटम बाजारों में ज्यादा नहीं टिक पाए और चीन का सामान भी दुकानदारों ने मंगाना बंद कर दिया है। बाजारों में मुनाफा कमाने के लिए दुकानदारों ने ¨रग, पिस्टल, क्लच प्लेट, आयल, फ्यूल फिल्टर बाजार में आ गए। इनकी सबसे बड़ी मंडी अलीगढ़ रोड, सासनी गेट सिकन्दराराऊ मार्ग व तालाब चौराहा के पास आगरा रोड पर है। दुकानदार देहात के ग्राहकों को आसानी से इसकी खपत कर देते हैं। एक समय देहात में भी इसकी काफी डिमांड थी क्योंकि इससे दुकानदारों को काफी मुनाफा होता था। अब लोगों ने इसका विरोध करते हुए हिन्दुस्तानी कंपनियों के पार्ट्स का प्रयोग करना शुरू कर दिया। वाहन मैकेनिक भी मानते हैं कि भारत में बने पार्ट्स वाहनों के लिए नुकसानदायक नहीं है। इनसे इंजन बेहतर रहता है, जबकि चीन में बने सामान वाहनों को नुकसान पहुंचा रहे थे।
इनका कहना है-
चीन द्वारा निर्मित आटो पार्ट्स काफी घटिया किस्म के होते हैं। इनके प्रयोग से वाहनों को काफी क्षति होती है। इनका आयात हर सूरत में बंद होना चाहिए।
विनोद कुमार दुकानदार।
चीनी ऑटो पार्ट्स से वाहन के इंजन पर प्रभाव पड़ता है। इससे इंजन को क्षति होती है। उपभोक्ता हितों को ध्यान में रखकर स्थानीय दुकानदारों ने अब इसे मंगाना बंद कर दिया है।
आरके चौधरी दुकानदार।
चीन द्वारा निर्मित दुपहिया वाहनों के ऑटो पार्ट्स वाहनों के लिए फायदेमंद नहीं होते हैं, इसलिए इनका ऑर्डर नहीं दिया जा रहा है। चीन में बने सामान सस्ते जरूर हैं पर टिकाऊ नहीं।
रविकांत मिश्रा, दुकानदार।