गौहाना के पूर्व प्रधान के खिलाफ बैठी जांच
हाथरस : सासनी ब्लाक की ग्राम पंचायत गौहाना के पूर्व प्रधान के खिलाफ दी गई ग्रामीणों की शिकायत पर मु
हाथरस : सासनी ब्लाक की ग्राम पंचायत गौहाना के पूर्व प्रधान के खिलाफ दी गई ग्रामीणों की शिकायत पर मुख्य विकास अधिकारी ने जांच बैठा दी है। लगाए गए आरोपों की जांच जिला विकलांग कल्याण अधिकारी, नोडल अधिकारी व सहायक अभियंता ग्रामीण अभियंत्रण विभाग तकनीकी अधिकारी के रूप में करेंगे। जांच अधिकारियों से सभी पक्षों व पूर्व प्रधान को सुनते हुए 15 दिन में जांच रिपोर्ट मांगी है।
नया नगला गौहाना निवासी नेम¨सह ने जिलाधिकारी को दिए शिकायती पत्र में कहा है कि उसने सूचना अधिकार अधिनियम के तहत प्रधान द्वारा कराए गए कार्यों की सूचना मांगी थी। यह सूचना 16 जून को मिली, जिसके आधार पर पता चला है कि तत्कालीन प्रधान ने जिन कार्यों को नहीं कराया है, उनका भी फर्जी भुगतान लेकर लाखों का गबन किया है। इसीलिए इन कराए गए कार्यों की जांच होना बहुत जरूरी है। गांव में न कराए गए कार्यों की सूची भी उपलब्ध कराई है, जिसमें मोहन ¨सह के घर से डूंगर ¨सह के घर तक जिला पंचायत से कार्य कराए जाने का आरोप है। टीकम ¨सह के घर से खूबी ¨सह के घर तक खरंजा, मिट्टी कार्य व नाली निर्माण दिखाया गया है, जबकि यहां इससे पूर्व के प्रधान के कार्यकाल में इंटरलॉ¨कग कार्य हुआ है। वर्ष 2012 में धनराशि अधिक निकाली गई है, जबकि व्यय कम है। 2013 में मानिक चंद्र के घर से अर्जुन ¨सह के घर तक, सुखराम के नल से भोजराज के घर तक सरिया व मिट्टी का प्रयोग नहीं हुआ है। 150 सीएफएल का भुगतान लिया गया है, जबकि ग्राम पंचायत के तीनों गांवों में नहीं लगी है। कंचन ¨सह के घर से अर्जुन ¨सह के घर तक व कल्यान ¨सह के घर से पोखर तक एक ही खरंजा है। गुमराह कर नया खरंजा दर्शाया गया है। 5 वर्ष में हैंडपंप की मरम्मत पर 4.08 लाख रुपये का भुगतान किया गया है, जबकि मरम्मत के नाम पर लोगों से चंदा कर हैंडपंप मरम्मत हुए हैं। इसके अलावा मनरेगा में भी धांधली की गई है, जिसकी जांच होना आवश्यक है। इसी शिकायत के आधार पर जांच कराने के आदेश दिए गए हैं।