मनचाहे स्कूल को घंटों मशक्कत
- बीएसए कार्यालय पर लिए गए शिक्षामित्रों से विकल्प - अपनो की सहायता में लगे रहे कार्यालय के कई कर
- बीएसए कार्यालय पर लिए गए शिक्षामित्रों से विकल्प
- अपनो की सहायता में लगे रहे कार्यालय के कई कर्मचारी
संवाद सहयोगी, हाथरस : देहात क्षेत्र के विद्यालयों में शिक्षक हो या शिक्षामित्र पढ़ाने से गुरेज करते हैं। अफसरों से मिलकर घर के निकट के विद्यालयों में सब तैनाती चाहते हैं। इसी वजह से परिषदीय शिक्षा दिन व दिन खराब होती जा रही है। योजनाओं का संचालन भी सही तरह से नहीं हो पाता है।
सोमवार को बीएसए दफ्तर पर महिला शिक्षामित्रों व विकलांगों से विकल्प लिए जा रहे थे। इस दौरान तमाम लोग अपने चहेतों को मनपंसद का विद्यालय दिलाने के लिए कर्मचारियों सहित अफसरों से से¨टग करते हुए दिखाई दिए। विगत दिनों दूसरे बैच के 506 शिक्षामित्रों की काउंस¨लग सहायक अध्यापक पद के लिए कराई गई। काउंस¨लग कराने के बाद अब महिला और विकलांग शिक्षामित्रों से विकल्प लिए जा रहे हैं। सोमवार को सुबह से ही बीएसए दफ्तर पर शिक्षामित्रों की भीड़ लग गई। अपने कार्यालय में बीएसए कमेटी के सदस्यों सहित बैठे हुए थे। तमाम शिक्षामित्र चाहती थी कि उन्हें मनपंसद विद्यालय आवंटित हो जाए। इसके लिए उनके परिजन जी जान से जुटे हुए थे। कई बाबुओं के कमरों में ऐसे अभिभावक से¨टग करने में व्यस्त थे। फोन के जरिए विद्यालयों की लोकेशन और माहौल की जानकारी ली जा रही थी, जो सूची चस्पा की गई थी, उसमें वो विद्यालय भी शामिल कर दिए,जिनके विकल्प पूर्व में ही लिए जा चुके थे। सूची को लेकर कई मर्तबा शिक्षामित्रों और उनके संग आए अभिभावकों ने हंगामा काटा।
बता दे कि जल्द से जल्द समायोजन का कार्य समाप्त करने के बाद शिक्षामित्र से सहायक अध्यापक बने शिक्षामित्रों को नियुक्ति पत्र दिए जाएंगे, जिन्हें लेकर सहायक अध्यापक अपने-अपने विद्यालयों में चार्ज लेंगे। बीएसए देवेन्द्र गुप्ता की माने तो जल्द ही समायोजित हुए शिक्षामित्रों को नियुक्ति पत्र वितरित कर दिए जाएंगे।